यह तस्वीर गिनिस रिकॉर्ड साईट से साभार ली है |
अब तो यहाँ इस नाम को सार्थक करता है यहाँ बना फूलों का एक ऐसा अनूठा बाग़ जिस का नाम गिनिस बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज़ हो गया है.
२० मार्च ,२०१० में गिनिस बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज़ यह सबसे अधिक झूलते फूलों का बाग़ घोषित किया गया और इस साल भी इसने यह रिकॉर्ड को बनाये रखा है.
2,968 झूलते गमलों में खिलते फूलों का दुनिया का यह एकमात्र बाग़ घोषित किया गया.
सोमवार 28 फरवरी 2011 को इसकी ओपनिंग सेरेमनी थी और उसके बाद इसे जनता के लिए खोल दिया गया था.
रेगिस्तान की जलती गर्मी में खुले आसमान के नीचे इस बाग़ में खिलते फूलों को देखकर आश्चर्य ज़रूर होता है ,साथ ही उन सभी की मेहनत का अंदाजा भी जो दिन रात यहाँ इन बेशुमार फूलों की देखभाल किया करते हैं .यहाँ कोई प्रवेश टिकिट नहीं है .सप्ताह के सभी दिनों सुबह ८ से शाम १० तक खुला रहता है . शुक्रवार और वीरवार के दिन यह परिवारों के लिए सुरक्षित है .वहीँ की कुछ तस्वीरें आप के लिए-
२० मार्च ,२०१० में गिनिस बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज़ यह सबसे अधिक झूलते फूलों का बाग़ घोषित किया गया और इस साल भी इसने यह रिकॉर्ड को बनाये रखा है.
2,968 झूलते गमलों में खिलते फूलों का दुनिया का यह एकमात्र बाग़ घोषित किया गया.
सोमवार 28 फरवरी 2011 को इसकी ओपनिंग सेरेमनी थी और उसके बाद इसे जनता के लिए खोल दिया गया था.
रेगिस्तान की जलती गर्मी में खुले आसमान के नीचे इस बाग़ में खिलते फूलों को देखकर आश्चर्य ज़रूर होता है ,साथ ही उन सभी की मेहनत का अंदाजा भी जो दिन रात यहाँ इन बेशुमार फूलों की देखभाल किया करते हैं .यहाँ कोई प्रवेश टिकिट नहीं है .सप्ताह के सभी दिनों सुबह ८ से शाम १० तक खुला रहता है . शुक्रवार और वीरवार के दिन यह परिवारों के लिए सुरक्षित है .वहीँ की कुछ तस्वीरें आप के लिए-
Paradise Garden, Al Ain,UAE |
अल्पना जी जाना तो मुश्किल था लेकिन आपने जानकारी जो दी और चित्र दिखा कर देखने की इच्छा प्रबल कर दी , आभार
ReplyDeleteबड़े ही सुन्दर चित्र हैं..
ReplyDeleteवाह....कितना मनोहर....
ReplyDeleteआनंद आ गया....
सच,मच इसे मेंटेन करने में कितना मेहनत लगता होगा...
इन सभी चित्रों को स्लाइड शो में डाल दीजिये न...और हो सके तो कुछ और चित्र(यदि हों तो) साझा कीजिये...
हर चीज़ खुबसूरत है .... आपको इधर सुनने की इक्षा हो रही है ...
ReplyDeleteअर्श
बहुत सुन्दर, मनभावन।
ReplyDeleteबहुत अच्छा लगा फूलों और बागों के इस शहर के बारे में जानकर.
ReplyDeleteसादर
वाह..कितना मनोहारी बाग़ है...दिल खुश हो गया...
ReplyDeleteनीरज
मैंने २,३ बार देखा है..बहुत सुन्दर है...
ReplyDeleteशुक्रिया अल्पना जी! आपकी कृपा से हमने बैठे-बैठे ही झूलते फूलों के बाग़ की सैर कर ली.
ReplyDelete----देवेंद्र गौतम
अद्वितिय.
ReplyDeleteitni sunder jaankari aapne di hai '''dhanyabad
ReplyDeleteसुंदर तस्वीरों से सजी रोचक जानकारी।
ReplyDelete.दिल खुश हो गया...
ReplyDeleteवाह! कितना सुन्दर बाग़ है! सचमुच बहुत मेहनत होती होगी, इसकी देखभाल और रखरखाव में.
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत नज़ारे हैं.
ReplyDeleteफूलों के सौन्दर्य से सराबोर।
ReplyDeleteअति सुंदर धन्यवाद
ReplyDeleteआनन्द आ गय देख कर...हम आये थे तो हमने क्यूँ नहीं देखा....
ReplyDeleteसब दिगम्बर की गलती है- उसने नहीं दिखवाया.
अगली बार सही...
रेगिस्तान में इतनी सुन्दर फूलों की बगिया ...
ReplyDeleteमनमोहक चित्र !
इसे ही कहा जाता है न आप आयीं बहार आयी ...
ReplyDeleteऔर बिना फूलों के बहार कहाँ ..
अच्छे लगे ये फूल और सहचर
विवरण और गिनेज बुक में शामिल होने वाली जानकारी
beautiful
ReplyDeleteबहुत सुंदर मज़ेदार रही यह सैर और सारी जानकारी. बड़ा मनोहारी दृश्य. आभार.
ReplyDeleteअख़बार में तो पढ़ा था की ये रिकॉर्ड है पर देखने का मौका अभी तक नही मिल पाया ... अब आपके केमरे की पैनी नज़र से देख भी लिया ... सच में कमाल का लग रहा है ...
ReplyDeleteसमीर भाई ... ये नया बना है वो भी इसलिए की आप दुबारा आ सको ...
ReplyDeleteमनमोहक दृश्यावली और सुन्दर जानकारी...
ReplyDeleteआभार...
बहुत सुन्दर ...मनमोहक पोस्ट
ReplyDeleteहर चीज़ खुबसूरत है .... आनंद आ गया....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर हर चित्र बहुत सुन्दर है
ReplyDeletealpna di
ReplyDeletebahut dino se na to main aapke blog par aa pa rahi hun aur na hi aap .
aapka blogo ka shar chitro ke maadhyam se dekh waqai bemisaal aapka kahan bhi bilkul sahi hai registaan me fulo ko kalpna jaise paani ki tamanna rakhana .
bahut hi achhi post v ek nai jaankari di aapne
hardik badhai
poonam
बढ़िया सैर कराई आज आपने ! आभार !
ReplyDeleteवाह.....................
ReplyDeleteमुझे बगीचे को देखने से उतनी खुशी नहीं मिल रही है जितनी कि इतने दिनों बाद यहाँ नया पोस्ट देखकर..
इस बगीचे की सैर कराने के लिए बहोत बहोत आभार
इधर मुम्बई में बहुत गरमी और उमस है, मगर आपके ब्लॉग पर आकर बाग-बाग हो गये, न गरमी का अहसास हुआ न उमस का, यहां वह मौजूद था जो गरमी का दुश्मन है....,बहुत सुकून मिला देख-पढकर। जानकारी प्रदत्त और मोहक।
ReplyDeletesach me bahut khubsurat aur manohari.....dil baag baag ho gaya....saare snaps khubsurat hain.:)
ReplyDeleteलगभग पौने चार माह बाद --आपने लिखा कि जहां मै रहती हू उसे बागों का शहर कहा जाता है । मै लिखता तो लिखता कि जहाँ भी मै रहता हूँ उसे ही बागों का शहर कहा जाता है खैर
ReplyDeleteबहुत उम्दा तस्बीरे। चित्र क्रमांक 5 व 6 का आकार बडा करके भी देखा तीन महिलायें चश्मे वाली बीच की तस्बीर आपसे मिलती जुलती लगी । एसा ही चित्र 6 में भी लगा ।
उम्दा तस्बीरों की प्रस्तुति के लिये धन्यवाद
सुन्दर चित्र हैं..
ReplyDeletealpana kya khoobsurat shahar ,jannt ke najare to yahi najar aa rahe ,vash me hota to tippani karne ke baad seedhe wahi ki taiyari shuru kar deti par abhi to tumari is post se hi dil bahlana padega .ye haseen aur rangeen najare aankho ko thandak dete hai .beutiful .
ReplyDeleteबेहतरीन,शानदार मनभावन चित्र और प्रस्तुति.पहली दफा आपके ब्लॉग पर आया ,मन बाग बाग हो गया रेगिस्तान में भी फूलों का शानदार नजारा देखकर.
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार आपका.
मेरे ब्लॉग पर आईये ,आपका हार्दिक स्वागत है.
hame khushi hogi, yadi aap BBLM pariwar se jude.
ReplyDeleteplese visit... http://upkhabar.in
सचमुच, बहुत ही प्यारा शहर है। इसका दीदार कराने का शुक्रिया।
ReplyDelete---------
समीरलाल की उड़नतश्तरी।
अंधविश्वास की शिकार महिलाऍं।
bahut sundar...dil baag baag ho gya....
ReplyDeletejealous of u...
ReplyDeleteRegistan me gulistan. Itane sunder photo dekh kar tabiyat bag bag ho gaee.
ReplyDeleteकुदरत की इतनी खूबसूरती दिखाने का शुक्रिया...इस बार आते ही रंगीन महकते फूल देखने का कार्यक्र्म बनाएंगें...
ReplyDeleteबहुत सुंदर फोटोस ...अच्छा लगा देखकर
ReplyDeleteअल्पना जी,
ReplyDeleteनमस्कार,
आप द्वारा दी गयी जानकारी अच्छी लगी | रंजना सिंह जी ने आग्रह किया है कि इसे स्लाइड शो में प्रस्तुत कीजिये | उन के इस आग्रह को पूरा कीजिये | मैं आपको HTML कोड का लिंक दे रहा हूँ | कोड लिंक : http://cityjalalabad.com/images/scrolling_flowers.txt आप इस लिंक से इस टेक्स्ट फाइल को डाउनलोड करके इसे नोटपैड पर खोलें व सारा कोड कॉपी करके इसे अपने ब्लॉग में जहाँ भी आप चाहें पेस्ट कर दें | आप द्वारा इस पोस्ट पर दिखाई गयी सभी इमेज आप की पोस्ट पर स्लाइड करने लगेंगी | उम्मीद है आपको ये इमेज स्लाइडर पसंद आयेगा |
virtual yaatra sukhad rahi is sunder shahar ki..........
ReplyDeleteबहुत ख़ूबसूरत और मनमोहक तस्वीरें हैं! मन प्रसन्न हो गया!
ReplyDeleteAlpna ji , behad khoobsoorat photographs hain ..
ReplyDeletewah. foolon ki bahar dekh kar maza aa gaya.
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर लिखा है अपने इस मैं कमी निकलना मेरे बस की बात नहीं है क्यों की मैं तो खुद १ नया ब्लोगर हु
ReplyDeleteबहुत दिनों से मैं ब्लॉग पे आया हु और फिर इसका मुझे खामियाजा भी भुगतना पड़ा क्यों की जब मैं खुद किसी के ब्लॉग पे नहीं गया तो दुसरे बंधू क्यों आयें गे इस के लिए मैं आप सब भाइयो और बहनों से माफ़ी मागता हु मेरे नहीं आने की भी १ वजह ये रही थी की ३१ मार्च के कुछ काम में में व्यस्त होने की वजह से नहीं आ पाया
पर मैने अपने ब्लॉग पे बहुत सायरी पोस्ट पे पहले ही कर दी थी लेकिन आप भाइयो का सहयोग नहीं मिल पाने की वजह से मैं थोरा दुखी जरुर हुआ हु
धन्यवाद्
दिनेश पारीक
http://kuchtumkahokuchmekahu.blogspot.com/
http://vangaydinesh.blogspot.com/
आप चाहें तो इस स्लाइडर की स्पीड बढ़ा भी सकती हैं | id="JPSCROLL_speed">15
ReplyDeleteदेखिये जहाँ JPSCROLl_speed=15 लिखा हैं वहां पर आप 20 या 25 आप जितनी भी स्पीड बढ़ाना चाहे अपने मन माफिक तय करें व इसे सेव कर लें |
आपने हमको बढिया जानकारी दी, आपका आभार, क्या भारत में भी ऐसी ही कोई जगह है?
ReplyDeleteसुन्दर तस्वीरें। आपने यात्रा की प्यास जगा दी।
ReplyDeletebahut khoob alpana ji.. ab kuch naya daliye. lambe samay se aapki koi post padne ko nahi mili hai
ReplyDeleteतस्वीरों को देखने के बाद लगा कि मैं भी वहां घूम आया। बहुत सुंदर
ReplyDeleteकल 17/06/2011 को आपकी कोई पोस्ट नयी-पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही है.
ReplyDeleteआपके सुझावों का हार्दिक स्वागत है .
धन्यवाद!
नयी-पुरानी हलचल
बहुत है जानकारीदार पोस्ट ! पढ़ के अच्छा लगा .
ReplyDeleteशहर के अप्रतिम सौन्दर्य का रस पान दृश्य पान किया आपके सौजन्य से .आभार .
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