बीतते साल में क्या खोया, क्या पाया ..इसका क्या हिसाब करें?साल शुरू होते ही जो प्रण किये जाते हैं कुछ
poore होते पाते हैं कुछ नहीं....शुभकामनायें हैं आप सभी के लिए कि आप की हर मनोकामना आने वाले वर्ष में पूरी हो।
लेकिन अभी इन जाते हुए इन लम्हों से कुछ कहते चलें....
-1--
सिर्फ़ कलेंडर बदल कर कहते हैं - साल नया आया है! क्या बदले हैं हालात यहाँ? क्या बदली है तस्वीरें? सब कुछ तटस्थ है , ठहरा हुआ.. ना जाने .. समय के किस पल में!
| -2-
यह वर्ष धीरे धीरे! लिए जा रहा है साथ, तारीखें जो हैं गवाह... कुछ क़िस्सों की! ------------------ |
नवंबर २००८ से मैं हिंदी ब्लॉग्गिंग में सक्रिय हुई, सब का बहुत स्नेह मिला.आप सभी का बहुत बहुत आभार. बहुत से प्रभावशाली व्यक्तित्वों से परिचय हुआ.बहुत कुछ सीखा ।साथ ही बहुत उतार चढ़ाव देखे यहाँ ब्लॉग जगत में.. गुटबाजी...राजनीति ..अनामी बेनामी ..ना जाने क्या क्या...जो नकारात्मक था..मगर कुछ भी कहिए.. इन सब पर हावी रहा ब्लॉग्गिंग का सकारात्मक पक्ष जो दूर जाते साथियों को फिर से खींच लाया जो नहीं लौटे वो भी आएँगे. आना भी चाहीए..
जीवन है ही कितना?
कल का किसी को पता नहीं है.. कल का क्या अगले पल का पता नहीं?
और इतने से छोटे समय में खुशियाँ बिखरने या ,समेटने की बजाय दिल में किसी बात को लगा लेना खुद को सज़ा देने जैसा है. जो समय जितना समय हम खुश रह सकें ,औरों को खुश रख सकें ..तो वही अहसास खुद में भी आत्मविश्वास भर देता है. ऐसा मेरा सोचना है...युवा वर्ग जो यहाँ है,बड़े सदस्यों को उन्हें प्रोत्साहन देना चाहीए और युवाओं को देना होगा बड़ों को अपेक्षित सम्मान. आशा है ,नया वर्ष हम सभी के लिए और हिन्दी ब्लॉग्गिंग के लिए भी शुभ और मंगलकारी होगा।
आईये ,इन जाते हुए लम्हों को विदा करें और करें नए साल का स्वागत ,इस प्रार्थना के साथ -: जो फ़िल्म - दो ऑंखें बारह हाथ (१९५७) से है, मूल गायिका - लता मंगेशकर,संगीतकार - वसंत देसाई,गीतकार -भरत व्यास हैं. [यहाँ प्रस्तुत गीत कराओके track पर मेरे स्वर में है।
'ऐ मालिक तेरे बंदे हम, ऐसे हों हमारे करम, नेकी पर चले और बदी से टले....' Mp3डाउनलोड/ प्ले करीए
------------------अल्पना------------ |
To Write your views Please Click here
अल्पना जी-नूतन वर्ष की शुभकामनाएं, आगामी वर्ष सभी प्राणियों के लिए मंगलमय हो।
ReplyDeleteअल्पना जी सही कहा हर पल खुशी से जी लें बस यही प्रार्थना है धन्यवाद आपको नये साल की शुभकामनायें
ReplyDeleteसच है सकारात्मकता के आगे छोटी-मोटी नकारात्मकता को नजरंदाज करना ही चाहिए !
ReplyDeleteब्लॉग-जगत में जिस सक्रियता और प्रभावशाली तरीके से आपने अपनी लेखनी से कई मुद्दों पर राय रखी है , और जानकारियाँ बाटी हैं ...काबिलेतारीफ है !
आपको हमारी ओर से भी नव-वर्ष की शुभकामनाये !!!
औरों को खुश रख सकें ..तो वही अहसास खुद में भी आत्मविश्वास भर देता है. ऐसा मेरा भी सोचना है..
ReplyDeleteनया साल आपके जीवन में ढेर सारी खुशियाँ लेकर आये..और आपका आशीर्वाद हम पर बना रहे...
और आपने प्रार्थना बहुत सुंदर गायी है...
मीत
जो बीत गया उसका हिसाब करते रहने से बेहतर है आने वाले हसीन लम्हों का स्वागत करें ......... बीती ताही बिसार ले आगे की सुध ले ..... और आपने तो लिख भी दिया बस तारीख बदलती है हालात नही बदलते ..... बहुत ही गहरी क्षणिकाए है ... अगर सोचो तो बहुत लंबी ......... आपकी आवाज़ के जादू का असर हो रहा है ..... बेहतरीन गीत .......
ReplyDeleteआपको नव वर्ष की बहुत बहुत शुभकामनाएँ .......... २०१० का रिज़ोल्यूशन है की आपसे मिलेंगे और रूबरू गातों का आनंद लेंगे ...
आमीन !!!!!
ReplyDeleteसहृदयता भरा आह्वान है आपका अल्पना जी ,
ReplyDeleteब्लागजगत को आपका अवदान महनीय और अविस्मरनीय रहा है
आपने एक सम्मानित स्थान बनाया है हिन्दी ब्लागिंग में
बधाई और ढेर सारी शुभकामनाएं !
आपका यह लेख बहुत अच्छा लगा..... गाना बहुत अच्छा लगा.... डाउनलोड भी कर लिया है....
ReplyDeleteआपको नव वर्ष कि अग्रिम शुभकामनाएं....
साल बदल जाता है कुछ लम्हों में..दोनों रचनाये अच्छी लगी ..ज़िन्दगी हर जगह हर पल कुछ सिखाती है .. ब्लॉग जगत इस से अछुता कैसे रह सकता है .नए साल की शुभकामनाओं के साथ आप लिखती रहे गुनगुनाती रहे यूँ ही :)
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर रचना
ReplyDeleteबहुत -२ बधाई
आपको भी नववर्ष की शुभकामनायें.
ReplyDeleteअल्पना जी आप ने बहुत सुंदर लिखा, ओर आप का धन्यवाद इस सुंदर गीत के लिये.
ReplyDeleteसुंदर मन से उपजे सुन्दरतम शब्द
ReplyDeleteआपकी यही खूबी है कि मैं जब भी पढता हूँ कभी ऐसा नहीं लगता कि आप कहीं दूर से लिखती हैं.
कविता बढ़िया, स्मृतियों का वातायन भी
और गीत के लिए बहुत आभार. नए साल की शुभकामनाएं.
आपकी प्रार्थना में शामिल हूँ अल्पना जी .....!!
ReplyDeleteसच है हर साल नये जैसा तो कुछ नहीं होता ....मैं भी सोचने बैठी तो पाया इस साल हुए बम ब्लास्टों में यहाँ के लोगों ने जो खोया शायद सदियों तक याद रहे ये वर्ष ....एक साथ १०,१२ ब्लास्ट पूरा गुवाहाटी शहर हिल गया था ....सही है सिर्फ़ कलेंडर बदल जाने से साल नहीं बदल जाते .....फिर भी हर वर्ष हम नए साल की एक दुसरे को बधाई देते हैं .....!!
Sabase pahle meri aour se aapko SHUBHKAMNAYE, NAYA SAAL SUKHAD AOUR BEHAD RACHNATMAK RAHE,,
ReplyDeletekhona aour pana jeevan ke sootra he. inhi ke beech jeevan aour mrutyu ka safar hota he...hame bahut si chije tyagna hoti he..tyaag hi ekmaatra sukh he..magar paane ki laalsa jeevan me lobh aour ashaanti pedaa kar deti he fir ham gunabhaag me lag jaate he ki varsh me kyaa khoya kyaa paayaa.../ yah insaani fitrat he..honi bhi chahiye.., magar me kuchh doosare roop me shubhkamnaye pradaan kartaa hu...jeevan tyaag se bharapooraa rahe.
isame apna ek darshan bhi he, jab ham tyaag karte he to vahi jo paayaa he, hamare paas he, mujhe lagtaa he..tyaagi aadami hi jeevan ka shahnshaah hota he. jisake paas sabkuch he, aour kuchh bhi nahi....kher..
aapka geet dil ko sookoon detaa he.
कम लफ्ज़ बहुत कुछ कह जाते हैं,पूरा मन रख जाते हैं.....सच क्या खोया क्या पाया से अलग हम कैलेण्डर बदल देते हैं
ReplyDeleteSACH KAHA.....
ReplyDeleteSATEEK GEET CHUNA HAI AUR GAYAN KI TO KYA KAHUN........
AAPKO SAPARIWAAR NAV VARSH KI ANANT SHUBHKAMNAYEN...
ALPNAJI
ReplyDeletebilkul sahi kaha hai aapne blog jagat ki skaratmkta hi hmme aatmvishvas badha rahi hai .tabhi kitne hi logo ne apni lekhni ko fir se jivit kiya hai aur fir se atmvishvas se po0rn hokar skaratmk sochne lge hai aur achhe vicharo ke dhani ho rhe hai .
nav varsh ki anek shubhkamnaye .
रचनायें छोटी मगर पूरी बात...
ReplyDeleteनये साल की बहुत बधाई.आपका एक साल का सफरनामा बेहतरीन रहा..आगे और उम्दा होगा..शुभकामनाएँ.
यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आप हिंदी में सार्थक लेखन कर रहे हैं।
हिन्दी के प्रसार एवं प्रचार में आपका योगदान सराहनीय है.
मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं.
नववर्ष में संकल्प लें कि आप नए लोगों को जोड़ेंगे एवं पुरानों को प्रोत्साहित करेंगे - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।
निवेदन है कि नए लोगों को जोड़ें एवं पुरानों को प्रोत्साहित करें - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।
वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाएँ और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।
आपका साधुवाद!!
नववर्ष की अनेक शुभकामनाएँ!
समीर लाल
उड़न तश्तरी
जाने वाल साल जश्न और आने वाले साल का जश्न दोनो सुखद है और होगा ।
ReplyDeleteयह साल तो केवल लेन देन , छीटां-कसी और गुट्बाजी मे बीता। आने वाला साल ब्लोगिंग के लिये प्रेरणाश्रोत हो, कुछ सीख सके लोग ।
happy new year...
bahut sahi achchi baaten likhi hain aapne ,blogging se narajgi kyun,
ReplyDeleteo jane wale ho sake to laut ke ana
meri priye prarthna. sun raha hun. dhanyawaad.
आपके विचार अच्छे लगे। आपको भी नव वर्ष की शुभकामनाएं..
ReplyDeleteआदरणीय महोदया ,आपके विचार बहुत अच्छे हैं ।
ReplyDeleteनव वर्ष की शुभकामनाएं एवं बधाई।
alpana ji bahut hi sundar shabd rahe ,aur ye geet bhi ae malik...
ReplyDeletemain bhi apne taraf se nav varsh ki shubhkaamnaaye deti hoon ,is bol ke saath ---gar tum bhula na doge ,sapne to sach hi honge ,hum tum juda na honge .....happy new year
अल्पना जी,
ReplyDeleteआज का चिन्तन ही आने वाले कल को बेहतर बनाता है
जो अच्छा है, उसे साथ लेकर चलना है
और जहां खामी लगे, उसे दूर करने का प्रयास करना है
सभी को आने वाले साल की ढेर सारी शुभकामनाएं
शाहिद मिर्ज़ा शाहिद
बहुत ही सुन्दर लेख है आपका. आपने ठीक कहा है कि बड़ों को चाहिये कि वे छोटों को प्रोत्साहन दें और छोटों को चाहिये कि वे बड़ों को सम्मान दें...और आपकी कविता तो बहुत अच्छी लगी सच ही कुछ नहीं बदलता पर हर तारीख के साथ एक नया किस्सा जुड़ा होता है. नववर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएँ...!
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर लेख है आपका. आपने ठीक कहा है कि बड़ों को चाहिये कि वे छोटों को प्रोत्साहन दें और छोटों को चाहिये कि वे बड़ों को सम्मान दें...और आपकी कविता तो बहुत अच्छी लगी सच ही कुछ नहीं बदलता पर हर तारीख के साथ एक नया किस्सा जुड़ा होता है. नववर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएँ...!
ReplyDeleteअल्पना जी,
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर कविता---एक सकारात्मक भावों वाले लेख के साथ---सुन्दर पोस्ट्।
नववर्ष की अग्रिम शुभाकामनायें।
पूनम
ढेरों शुभकामनाएं
ReplyDelete.
ReplyDelete.
.
सिर्फ़ कलेंडर बदल कर कहते हैं -
साल नया आया है!
क्या बदले हैं हालात यहाँ?
क्या बदली है तस्वीरें?
सब कुछ तटस्थ है ,
ठहरा हुआ..
ना जाने .. समय के किस पल में!
यही तो त्रासदी है अल्पना जी, हम सारे अच्छे लोग हैं और अच्छा ही बने रहने के चक्कर में न तो गलत चीजों का विरोध करते हैं न ही किसी ऐसे को समर्थन देते हैं जो विरोध कर रहा है, रिश्ते निभाने के चलते ओढ़ी यह तटस्थता ही हालात बदलने नहीं देती...
इस उम्मीद के साथ कि नये साल में शायद हालात कुछ बदलें...
सभी को नया साल मुबारक!
Nav varsh ki dher sari shubkamnayen.
ReplyDeleteनव वर्ष पर सुंदर भाव पूर्ण रचना. शुभकामनायें.
ReplyDeleteसिर्फ़ कलेंडर बदल कर कहते हैं -
ReplyDeleteसाल नया आया है!
क्या बदले हैं हालात यहाँ?
क्या बदली है तस्वीरें?
लिखना तो बहुत कुछ चाहता था लेकिन पोस्ट पर आखिरी में प्रतिक्रिया करने वाले प्रिय प्रवीण शाह जी ने निःशब्द कर दिया ...........
यूँ लगा मानो मेरे मन के शब्द ज्यों का त्यों उतार दिए हों !
अब कुछ न कहते हुए उधार की चंद पंक्तियाँ कहना चाहता हूँ :
वेदना ना रहे इस नये वर्ष में
रक्त यूँ ना बहे इस नये वर्ष में
आस, विश्वास, कर्त्तव्य, प्रण, पूर्ण हों
आस्था ना ढहे इस नये वर्ष में
कामनाएँ फलें सब नये वर्ष में
साधनाएँ फलें सब नये वर्ष में
वैर की, द्वेष की, ईर्ष्या की, हो यदि
भावनाएँ जलें सब नये वर्ष में
प्रेम हो, प्रीत हो इस नये वर्ष में
सत्य की जीत हो इस नये वर्ष में
सुर से सुर मिल बने एक ही रागिनी
ऐसा संगीत हो इस नये वर्ष में !!!
है तेरी रौशनी में जो दम, तो अमावस को करदे पूनम...
ReplyDeleteआपकी दुआओं में हम भी अपना स्वर मिला रहे हैं मैम!
ALL IS WELL...
ReplyDeleteआपका सकारात्मक व्यक्तित्व, सुरभरी शुभकामनायें, इश्वर पर असीम विश्वास, और क्या चाहिये?
गीत हमेशा की तरह बेहतर से बेहतर प्रस्तुति लिये.
नव वर्ष की शुभेच्छा
नव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाए!!!
ReplyDeleteनव वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाए!!!
ReplyDeleteकितना सुन्दर और जरुरी सन्देश दिया है आपने. फिलहाल ब्लॉगजगत को कुछ ऐसी ही पोस्ट की जरुरत थी.
ReplyDeleteनया वर्ष नयी उम्मीदों
नयी तैयारियों के नाम
नूतन उत्साह और
नवीन चेतना के नाम
नववर्ष की बधाई एवं शुभकामनाओं सहित
- सुलभ जायसवाल 'सतरंगी'
आपको हमारी ओर से भी नव-वर्ष की शुभकामनाये !
ReplyDeleteबहुत सुंदर और सारगर्भित बात कही. गीत निहायत सुंदर रहा. नये साल की रामराम.
ReplyDeleteरामराम.
नव वर्ष की अशेष कामनाएँ।
ReplyDeleteआपके सभी बिगड़े काम बन जाएँ।
आपके घर में हो इतना रूपया-पैसा,
रखने की जगह कम पड़े और हमारे घर आएँ।
--------
2009 के ब्लागर्स सम्मान हेतु ऑनलाइन नामांकन
साइंस ब्लॉगर्स असोसिएशन के पुरस्कार घोषित।
जितना सुन्दर संदेश..उतना ही कर्णप्रिय गीत भी...
ReplyDeleteआपको सपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाऎँ!!!!!
Wao! Excellent rendition for the start of New Year. Awesome recording and mixing and very beautiful, powerful singing. Loved this one alot. You've done extremely well. Keep rocking and let's pray this 2010 brings peace, prosperity and love in the entire world!
ReplyDelete* Happy New Year
Best wishes,-Sitarah-
है तेरी लेखनी में वो दम ......................आपका लेख ,काव्य तथा प्रार्थना सम्पूर्ण मानवता का प्रतिनिधित्व हैं !
ReplyDeleteसुबह-सुबह आपकी आवाज में ये गीत सुना। बहुत अच्छा लगा। शुक्रिया अपनी आवाज में सुनवाने का।
ReplyDeleteआपको भी नये साल की मुबारकबाद।
Beautiful Dua... and lets pray 2010 brings peace and happiness for mankind... no more miseries and bloodshed... and that we all could live with peace and harmony... you conveyed this message beautifully and in your melodious voice... keep spreading the message Alpana... Happy New Year to you as well.
ReplyDelete~~Jav.
आपने सच कहा है कि "कल का किसी को पता नहीं है.. कल का क्या अगले पल का पता नहीं?
ReplyDeleteऔर इतने से छोटे समय में खुशियाँ बिखरने या ,समेटने की बजाय दिल में किसी बात को लगा लेना खुद को सज़ा देने जैसा है. जो समय जितना समय हम खुश रह सकें ,औरों को खुश रख सकें ..तो वही अहसास खुद में भी आत्मविश्वास भर देता है"
काश कि चारों तरफ खुशियाँ ही खुशियाँ बिखर जाए। लोग खुशियाँ दे और खुशियाँ लें बस। और आपको और आपके परिवार को नए साल की ढेरों शुभकामनाएं।
नववर्ष की शुभकामनाओं के साथ ब्लाग जगत में द्वीपांतर परिवार आपका स्वागत करता है।
ReplyDeleteईश्वर करे इस नये वर्ष में आप व्योम के पार की अनेक सुनहरी मंज़िलों को हासिल करें। शुभकामनाएं।
ReplyDeleteनए साल में हिन्दी ब्लागिंग का परचम बुलंद हो
ReplyDeleteस्वस्थ २०१० हो
मंगलमय २०१० हो
पर मैं अपना एक एतराज दर्ज कराना चाहती हूँ
सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगर के लिए जो वोटिंग हो रही है ,मैं आपसे पूछना चाहती हूँ की भारतीय लोकतंत्र की तरह ब्लाग्तंत्र की यह पहली प्रक्रिया ही इतनी भ्रष्ट क्यों है ,महिलाओं को ५०%तो छोडिये १०%भी आरक्षण नहीं
अल्पना जी
ReplyDeleteदुआ है ऐसे ही लिखते रहें ..............
नव वर्ष 2010 की हार्दिक शुभकामनायें.....!
ईश्वर से कामना है कि यह वर्ष आपके सुख और समृद्धि को और ऊँचाई प्रदान करे.
बहुत खूब. नया साल मुबारक हो.
ReplyDeleteसाथ ही बहुत उतार चढ़ाव देखे यहाँ ब्लॉग जगत में.. गुटबाजी...राजनीति ..अनामी बेनामी ..ना जाने क्या क्या...जो नकारात्मक था..मगर कुछ भी कहिए..
ReplyDeleteइन सब पर हावी रहा ब्लॉग्गिंग का सकारात्मक पक्ष जो दूर जाते साथियों को फिर से खींच लाया जो नहीं लौटे वो भी आएँगे.
आना भी चाहीए..
जीवन है ही कितना?
कल का किसी को पता नहीं है.. कल का क्या अगले पल का पता नहीं?..............
kitna bhavpoorna likhtee hain aap.isee lekhnee ka mai kayal hoon .ytharth prk lekhnee ,afsos bahut km dikhtee hai is blog jagat men, isee liye oob kr beech men hee apnee ytharthprk duniya me laut jaata hun.
Alpna जी नव वर्ष की आपको और आपके परिवार को शुभकामनायें.
ReplyDeleteandaaz aur lekhan khoob laga!
ReplyDeleteशुंदर लेख सुंदर कविता और सुंदर गीत । आपको नव वर्ष शुभ हो, मंगल हो ।
ReplyDeleteहम खुश रहे और दूसरों को खुश रखे सही मायने में जीना इसी का नाम है ।सच है तारीखें बदल जाती है हालात नही बदलते ।साथ ही यह भी निवेदन है कि विचार और भावनायें भी सदियों तक नही बदलती ।क्रोंच बध के वक्त जो भावना बाल्मीकि जी की थी वही कमोवेश आज भी मौजूद है
ReplyDeleteनये साल की सुन्दर कवितायें और सुन्दर गीत
ReplyDeleteसुंदर कविता और सुंदर गीत.
ReplyDeleteनव वर्ष 2010 की हार्दिक शुभकामनायें.
ईश्वर से कामना है कि यह वर्ष आपके सुख और समृद्धि को और ऊँचाई प्रदान करे.
नव वर्ष पर एक सुंदर गीत व सुंदर कविता बहुत अच्छा लगा .नव वर्ष की शुभ कामनाओं के साथ रचना दीक्षित
ReplyDeleteयह वर्ष धीरे धीरे!
ReplyDeleteलिए जा रहा है
साथ,
तारीखें
जो हैं गवाह...
कुछ क़िस्सों की!
-----------------
Kitne achhe tareeqese aapne apnee baat kahee hai! Waah!
Naye saalkee anek shubhkamnayen!
PROTSAHIT KARNE KE LIYE AAPKA DHANYAWAD AUR AABHAR.
ReplyDeleteभले देरी से ही सही
ReplyDeleteनववर्ष की ढेरों मंगलकामनाएं
...सुन्दर रचनाएं,हार्दिक शुभकामनाएं!!!!!!
ReplyDelete