स्वदेश वापसी /दुबई से दिल्ली-'वन्दे भारत मिशन' Repatriation Flight from UAE to India

'वन्दे भारत मिशन' के तहत  स्वदेश  वापसी   Covid 19 के कारण असामान्य परिस्थितियाँ/दुबई से दिल्ली-Evacuation Flight Air India मई ,...

March 10, 2009

रंगों की फुहार

होली की शुभकामनाओं के साथ दो दिन पहले जब यह कविता प्रकाशित की थी तब तकनीकी कारणों से गीत पोस्ट नहीं कर पाई.रश्मि जी ने इस पोस्ट में एक गीत की कमी बताया इस लिए इसी पोस्ट में जोड़ कर प्रस्तुत कर रही हूँ.कल ही मुम्बई से अरविंद जी ने इस का ट्रैक बना कर भेजा है.आज रिकॉर्ड किया है.

जिन साथियों ने इस गीत का अनुरोध किया था.इस सुन्दर गीत से परिचय कराने हेतु उनका भी आभार.
आशा है यह गीत आप सभी को पसंद आयेगा.फिल्म अनुपमा[१९६६]का यह मूल गीत लता जी ने गाया है.
संगीत हेमंत दा का और लिखा है कैफी आजमी साहब ने.



कुछ दिल ने कहा [फिल्म-अनुपमा]
[यह मूल गीत नहीं है.]

Play or download mp3 Here
updated post on March 10,2009.
होली का त्यौहार नज़दीक आ रहा है.इसी अवसर पर प्रस्तुत है एक रंग बिरंगी कविता और होली की
ढेर सारी शुभकामनाएँ-:


रंगों की फुहार
-------------
बहे बसंती बयार ,आया होली का त्यौहार,
हरसू छाई बहार ,उडे रंगों की पतंग.

गौरी करके सिंगार ,मांगे प्रीतम का प्यार,
कोई करे मनुहार ,और कोई करे तंग.

पिचकारी की कतार, हुई रंगों की बोछार,
नाचे गाएं बार बार,बाजे ढोल और मृदंग.

गावे कवित्त और फाग,बस चढ़ रहा खुमार,
गले भंग लो उतार,थोड़ा कर लो हुडदंग!

भीजे रंगों में तन, मन में प्रेम की फुहार,
करो सब को शुमार, खेलो होली के रंग.

-अल्पना वर्मा

74 comments:

  1. बेहतरीन होली गीत..आपको भी होली की बहुत शुभकामनाऐं.

    ReplyDelete
  2. कोरा दंभ
    जीवन निरालम्ब
    अंध -स्पर्धा
    शर्म बेपर्दा
    बेबूझ अज्ञान
    सहयात्री से अंजान
    भ्रांत -अवधारणा
    एकाकी विचारना
    पाँवों का भटकाव
    जिन्दगी का ठहराव
    -----------------------
    इन सब की जलाओ होली
    फिर दिल से मनाओ होली

    एक बेहतरीन और सुंदर होली का गीत

    होली की हार्दिक शुभकामनाएँ

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  3. होली का हुड़दंग मचा है, गाँव-गली, घर-द्वारों में,
    ठण्डाई और भंग घुट रही, आंगन और चौबारों में।

    प्रेम-गीत और ढोल नगाड़े, साज सुरीले बजते हैं,
    रंग-बिरंगी पिचकारी की, चहल-पहल बाजारों में।

    राधा-रानी, कृष्ण-कन्हैया, हँसी-ठिठोली करते है,
    गोरी की चोली भीगी है, फागुन-फाग, फुहारों में।

    ReplyDelete
  4. होली का हुड़दंग मचा है, गाँव-गली, घर-द्वारों में,
    ठण्डाई और भंग घुट रही, आंगन और चौबारों में।

    प्रेम-गीत और ढोल नगाड़े, साज सुरीले बजते हैं,
    रंग-बिरंगी पिचकारी की, चहल-पहल बाजारों में।

    राधा-रानी, कृष्ण-कन्हैया, हँसी-ठिठोली करते है,
    गोरी की चोली भीगी है, फागुन-फाग, फुहारों में।

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  5. बरसे रंग जीवन मे खुशियों के आपके,
    हर रात हो दिवाली और दिन हो होली समान्।

    होली की रंग-बिरंगी बधाईयां। होली है…………………………………………………………॥

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  6. Anonymous3/07/2009

    गावे कवित्त और फाग,बस चढ़ रहा खुमार,

    गले भंग लो उतार,थोड़ा कर लो हुडदंग!



    भीजे रंगों में तन, मन में प्रेम की फुहार,

    करो सब को शुमार, खेलो होली के रंग.
    waah bahut sundar,allad mann rangon mein bhig liya.holi bahut mubarak ho aapko bhi.

    ReplyDelete
  7. भीजे रंगों में तन, मन में प्रेम की फुहार,
    करो सब को शुमार, खेलो होली के रंग.

    हर दिल में उमंग ,हर दिल पर चढा फाग का रंग .:) बहुत सुन्दर होली मुबारक

    ReplyDelete
  8. गौरी करके सिंगार ,मांगे प्रीतम का प्यार,

    कोई करे मनुहार ,और कोई करे तंग.

    होली बहुत बहुत मुबारक

    Regards

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  9. सुन्दर। हम तो सुनने की भी आशा कर रहे थे पर उसका कोई प्वाइण्ट दिख नहीं रहा पोस्ट पर।

    ReplyDelete
  10. होली पर एक बेहतरीन रचना।
    भीजे रंगों में तन, मन में प्रेम की फुहार,
    करो सब को शुमार, खेलो होली के रंग.
    बहुत ही उम्दा।

    वाह जी क्या बात चारों तरफ होली के रंग़। हम भी सोच रहे है कि इस बार होली मना ही लें।

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  11. वाह प्रेमरंग पगी कविता -आप भी खेले होली रंगों के साथ अपनों के साथ ! रंगभरी कामनाएं !

    ReplyDelete
  12. पिचकारी की कतार, हुई रंगों की बोछार,

    नाचे गाएं बार बार,बाजे ढोल और मृदंग।

    बहुत बढ़िया ।

    ReplyDelete
  13. वाह अल्पना जी वाह बहोत ही खुबसूरत रंगों में रंगी सुन्दर अल्फाजों से सजी ये कविता ... आपको तथा आपके पुरे परिवार को मेरे तरफ से ढेरो रंगीन बधाइयां ....
    आभार
    अर्श

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  14. खरबूजे को देख-देख कर, रंग बदला खरबूजे ने।
    लिखना-पढ़ना खीख लिया है, अब नन्हे चूजे ने।।

    प्रतिभा की है धनी अल्पना, सुन्दर रंग भरने होंगे।
    टिप्पणी में अपने विचार, कुछ विस्तृत करने होंगे।।

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  15. होली का मौसम तो एक माह पहले से ही मन मस्तिष्‍क पर हावी हो जाता है। सुन्‍दर रचना, बधाई।

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  16. बहुत ही सुंदर, होली के रंगो मे रंगी आप की यह कविता, काश आप की मधुर आवाज मे सुननए को मिलती तो होली के रंगो मे भांग का नशा भी शामिल हो जाता, यानि सोने पर सुहागा.
    धन्यवाद इस सुंदर कविता के लिये.

    आपको और आपके परिवार को होली की रंग-बिरंगी भीगी भीगी बधाई।
    बुरा न मानो होली है। होली है जी होली है

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  17. अल्पना जी
    सुंदर कविता होली की मस्ती भरे सुंदर रंग, आपकी तो रचना भी सुंदर रंग संजोए है
    आपका कविता पाठ सुंदर रहा होगा, मैने मिस किया
    आपको और आपके परिवार को होली की बधाई और मुबारकबाद

    ReplyDelete
  18. होली रंगों में रंगी कविता । बहुत सुन्दर

    ReplyDelete
  19. रंगों की फुहार
    -------------
    बहे बसंती बयार ,आया होली का त्यौहार,
    हरसू छाई बहार ,उडे रंगों की पतंग.

    गौरी करके सिंगार ,मांगे प्रीतम का प्यार,
    कोई करे मनुहार ,और कोई करे तंग.

    पिचकारी की कतार, हुई रंगों की बोछार,
    नाचे गाएं बार बार,बाजे ढोल और मृदंग.

    गावे कवित्त और फाग,बस चढ़ रहा खुमार,
    गले भंग लो उतार,थोड़ा कर लो हुडदंग!

    भीजे रंगों में तन, मन में प्रेम की फुहार,
    करो सब को शुमार, खेलो होली के रंग.

    -अल्पना वर्मा

    alpana koi ek stanza nahin mujhe to poori hi kavita bha gai aur rangon se khoobsoorti aur parwan chadh gai. bahut khoob likha hai aapne. holi ki shubhkaamnaon sahi dheron badhai.

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  20. Holi Mubarak ho.
    ___
    महिला दिवस पर युवा ब्लॉग पर प्रकाशित आलेख पढें और अपनी राय दें- "२१वी सदी में स्त्री समाज के बदलते सरोकार" ! महिला दिवस की शुभकामनाओं सहित...... !!

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  21. बहुत ही सुन्दर चित्रण इस होली के शुभ अवसर पर...
    आपको होली की बहुत शुभकामनाएं...
    अगर आप मुझे यह बता सकें की आप गाने रिकॉर्ड किस सॉफ्टवेर से करती हैं तो अच्छा लगेगा...
    मेरे रिकॉर्डिंग में शोर अभी भी खलल डाल रहा है...

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  22. Anonymous3/07/2009

    होली की शुभकामनाऐं..

    सुन्दर कविता.. आप बहुमुखी प्रतिभा की धनी है.. आपके द्वारा गाये गाने भी बहुत अच्छे है.. बधाई

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  23. भीजे रंगों में तन, मन में प्रेम की फुहार,
    करो सब को शुमार, खेलो होली के रंग.

    भीजे शब्द का उपयोग नया है, जो आल्हादायक मानसिक अवस्था का परिचायक है.

    मैं राज जी से सहमत हूं कि ये गीत काश आप या तो गा कर सिर्फ़ तरन्नुम में या पढ कर सुनाती.

    ReplyDelete
  24. भीजे रंगों में तन, मन में प्रेम की फुहार,
    करो सब को शुमार, खेलो होली के रंग.

    भीजे शब्द का उपयोग नया है, जो आल्हादायक मानसिक अवस्था का परिचायक है.

    मैं राज जी से सहमत हूं कि ये गीत काश आप या तो गा कर सिर्फ़ तरन्नुम में या पढ कर सुनाती.

    ReplyDelete
  25. Anonymous3/07/2009

    Holi par aap ka yah geet pasand aaya.
    Holi ki agrim shubhkamnayen.

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  26. अनेक रंगों में रंगी फागुनी कविता .सभी परिवार वालो को होली के रंग मुबारक

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  27. होली की आपकओ भी अल्पना जी रंगीन बधाई....मैंने तो सोचा था कि अपने अब के पोस्त आप कोई होली गीत सुनायेंगी

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  28. रंगों का ये त्यौहार
    आपको भी मुबारक,
    एक बहुत ही खुबसूरत और रंगबिरंगी रचना के लिये हार्दिक बधाई...

    ReplyDelete
  29. भीजे रंगों में तन, मन में प्रेम की फुहार,
    करो सब को शुमार, खेलो होली के रंग.


    एक साहित्यिक होली गीत. बहुत शुभकामनाएं. पाठको की दिली ख्वाहिस पर इसे आवाज दिये जाने के हम भी हिमायती हैं. जब भी आपको समय मिले . इस गीत को स्वर अवश्य देवे. ऐसे शब्दों की रचानाएं कम ही पढने को मिलती हैं.

    होली बहुत शुभकामनाएं.

    रामराम.

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  30. अल्पना जी ,
    तथा सभी हिन्दी ब्लोग जगत के साथियोँ को
    होली पर्व पर रँगभरी शुभकामनाएँ

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  31. Anonymous3/08/2009

    bahut sundr

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  32. आदरणीया अल्पना जी
    अभिवन्दन
    "रंगों की फुहार " एक मनभावन प्रस्तुति है आपकी
    ख़ासतौर पर निम्न पंक्ति कुच्छ हट कर लगी :-
    गोरी करके सिंगार, माँगे प्रीतम का प्यार.
    - विजय

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  33. गौरी करके सिंगार ,मांगे प्रीतम का प्यार,

    कोई करे मनुहार ,और कोई करे तंग.

    .......
    ek geet kee kami rah gai......
    holi aayi re kanhaai rang chhalke suna de jara baansuri........
    holi kee shubhkamnayen

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  34. आदरणीय अल्पना जी ,
    रंगों की फुहार आपने वहां से छोडी और यहाँ लखनऊ में हम रंग से सराबोर हुए ...
    आपको महिला दिवस और होली की शुभकामनायें.
    पूनम

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  35. Alpana ji
    Wonderful poem.
    Plz keep writing.
    -Harshad Jangla
    Atlanta, USA

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  36. sundar rachana mousam ke mijaaj ki tarah

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  37. होली के सभी रंग मौजूद है आपकी इस सुंदर कविता में.. आपको और आपके परिवार को होली की ढेरों शुभकामनाएं..

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  38. Sunder holi ki panktiyan....Aapko bhi holi ki dher sari mubaarakvaad

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  39. होली का बहुत प्यारा गीत । होली की शुभ कामनाएँ ।

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  40. Alpna ji,

    HOLI KI DHERON SHUBHKAMNAYEN....!!

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  41. वाह होली-

    मन को मोरा झकझोरे छेड़े है कोई राग
    रंग अल्हड़ लेकर आयो रे फिर से फाग
    आयो रे फिर से फाग हवा महके महके
    जियरा नहीं बस में बोले बहके बहके...

    हिंदी ब्लोगेर्स को होली की शुभकामनाएं और साथ में होली और हास्य
    धन्यवाद.

    ReplyDelete
  42. सुन्दर भावपूर्ण रचना.
    बहुत सुन्दर लगी रंग बिरंगी भावों की यह अनुपम प्रस्तुति
    होली के इस शुभ अवसर पर आपको भी हमारी हार्दिक शुभकामनाये.

    ReplyDelete
  43. अल्पना जी होली की ढेरो मुबारकबाद ... और शुभकामनाएं... बहोत ही सुन्दर अपने मखमली आवज़ में एक बारगी फिर में मंतामुग्ध कर दिया है आपने फिर से .... बहोत बहोत बधाईयाँ आपको... मगर तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रक्खा क्या है.... के क्या कहने पता नहीं कितनी बार उसे सुन चूका हूँ.... फिर से कायल हो गया हूँ आपका....

    अर्श

    ReplyDelete
  44. बहुत बढिया...
    होली की बहुत बहुत मुबारकबाद...

    ReplyDelete
  45. भीजे रंगों में तन, मन में प्रेम की फुहार,
    करो सब को शुमार, खेलो होली के रंग.
    वाह वा अल्पना जी...आप का गया गीत और ये कविता दोनों बेजोड़....
    होली की शुभ कामनाएं.

    नीरज

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  46. Bahut Khoob !!
    ______________________________________
    होली के शुभ अवसर पर,
    उल्लास और उमंग से,
    हो आपका दिन रंगीन ...

    होली मुबारक !
    'शब्द सृजन की ओर' पर पढें- ''भारतीय संस्कृति में होली के विभिन्न रंग''

    ReplyDelete
  47. आपके और आपके पुरे परिवार को होली की बधाई और शुभकामनायें.

    धन्यवाद

    ReplyDelete
  48. आपके और आपके पुरे परिवार को होली की बधाई और शुभकामनायें.

    धन्यवाद

    ReplyDelete
  49. वाह !

    कविता के सुन्दर शब्दरंग मनोभूमि पर उतर आह्लाद के रंग बिखेर गए....

    बहुत ही सुन्दर इस कविता के लिए बधाई...

    आपको सपरिवार रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाये.

    ReplyDelete
  50. छौक्कर परिवार की तरफ से आप और आपके परिवार को रंगो से भरी होली मुबारक। हम तो अब जा रहे गुंजिया बनवाने, गाना रात को सुनेगे। बस आपको होली की शुभकामनाए देने आऐ थे।

    ReplyDelete
  51. बहुत सुंदर गाया गया है है यह गीत. अनुपमा फ़िल्म के सभी गीत मेरे पसंदीदा हैं. एक अलग ही अंदाज मे और ताजगी के साथ भाव विभोर कर गया यह गीत. बहुत शुभकामनाएं.

    होली पर्व की आपको परिवार सहित घणी रामराम.

    ReplyDelete
  52. Alpana ji
    Aapka geet Dubai aane par sunungaa........
    Aapko aur aapke pariwaar ko holi ki shubh kaamnaayen

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  53. ab hui n baat......aisi bhi baaten hoti hain....

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  54. अति सुंदर... हमारी तरफ़ से फ़िर से ....
    आपको और आपके परिवार को होली की रंग-बिरंगी ओर बहुत बधाई।
    बुरा न मानो होली है। होली है जी होली है

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  55. Anonymous3/11/2009

    bahut sundar, holi ki shubhkamnaayen.

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  56. आपके और आपके पुरे परिवार को होली की बधाई और शुभकामनायें.

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  57. aapko bhi holi ki bahut bahut shubhkaamnaayein,,,

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  58. होली की बहुत बहुत शुभ कामनाएं....

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  59. Anonymous3/11/2009

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  60. आपको होली की शुभकामनाएं।

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  61. हाय बड़े देर में नंबर लगा. बोरी भर भर कर शुभकामनायें.

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  62. Anonymous3/12/2009

    belated Holi wishes...it was a nice experience to go through your blog... which typing tool are you using for typing in Hindi..?
    recently i was searching for the same and found ..."quillpad"...heard that it has an option of Rich Text Editor and also provides 9 Indian Languages..r u using the same...?
    let me know your opinion about the same...

    www.quillpad.in

    Keep writing...

    Jai Ho...

    ReplyDelete
  63. इस शानदार होली गीत के लिए बधाई।

    होली की हार्दिक शुभकामनाऍं।

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  64. ...aisi bhi baateiN hoti haiN...
    jee haaN !!
    aaj hi sunaa...aaj hi padhaa...
    so aaj HOLI ho gayi....
    aawaaz aur alfaaz dono ka jaadu
    jagaane par badhaaaaeeee. . . .
    ---MUFLIS---

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  65. गावे कवित्त और फाग,बस चढ़ रहा खुमार,
    गले भंग लो उतार,थोड़ा कर लो हुडदंग!

    सुन्दर रचना, पूर्णतः होली को समर्पित.

    होली पर हमारी भी हार्दिक बधाई स्वीकार करें.

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  66. होली पर आप को और आपके परिवार को हार्दिक बधाईयां. साथ ही संपूर्ण ब्लोग परिवार को भी....

    प्रस्तुत गीत बेहद सुरील है, और आपने भी मन से गाया है. सुरों पर पकड बेहतर है, और एक बेहतरीन ट्रेक की वजह से गीत और श्रव्य हो गया है. आपको और जादुगर श्री अरविंद को बधाईयां.

    तेरी बिंदिया और फ़ना के गीत भी सुन कर अच्छा लगा.(गायक के गले में सुर का राज है)

    मेहफ़िले सुर यूं ही चलती रहे, एक गीत बनता रहे , दूसरा सुनते रहें..

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  67. पिचकारी की कतार, हुई रंगों की बोछार,
    नाचे गाएं बार बार,बाजे ढोल और मृदंग.

    और
    गले भंग लो उतार,थोड़ा कर लो हुडदंग!
    और
    भीजे रंगों में तन, मन में प्रेम की फुहार,
    करो सब को शुमार, खेलो होली के रंग.
    और अंततः
    फा गुन -चैत के इस मौसम में , भंग छोड़ खेलो सब रंग

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  68. सुंदर सुंदर अति सुंदर...

    ~जयंत

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आप के विचारों का स्वागत है.
~~अल्पना