geet suniye meri awaaz mein.
इक़रार- एक गीत -------------वो कहता है मैं तन्हा हूँ, करो कुछ प्यार की बातें,
मैं कहती हूँ नहीं मुमकिन, करूँ क्या प्यार की बातें,
1]-वो कहता है, अगर कह दो तो, ला दूं चाँद तारे भी,
मैं कहती हूँ ,अरे छोडो, हैं ये बेकार की बातें, वो कहता है..........
2]-वो कहता है, बड़ी नाज़ुक है चाहत की तबीयत भी' मैं ये जानूं ,
वो रोता है सुन के, इन्कार की बातें, वो कहता है............
3]-कहूँ कैसे के, इस दिल में, सदा तुम थे सदा तुम हो,
रुकी लब पे, आके हरदम, तुम से इज़हार की बातें,
वो कहता है............
4]-ये वादा, उम्र भर के साथ का, जो तुम ने कर डाला, मैं कायल हूँ ,
तो अब कर लें, चलो इक़रार की बातें, वो कहता है.............
-Written by Alpana Verma[2005]
अरे वाह बढ़िया है अल्पना जी
ReplyDeletevery sweet wordings
ReplyDeleteBahut hi badhiya hai.....
ReplyDeletewhere do you get inspiration to write such stuffs???
tc
very good!!!!sundar!
ReplyDeletedusare sher ka bahar mujhe kum jamaa. Shesh sab thee hai |
ReplyDeleteRachana acchee hai| Duet song jaisa |
Avaneesh
Avneesh ji,
ReplyDeleteNamste,
Thanks for the comment on geet Iqrar.
Yah geet duet nahin hai.ek hi vyakti dwara kahi baat hai.
girl is telling an incident from inkaar to iqraar.
Please listen same 'geet' in my voice on www.merekuchhgeet.blogspot.com under the title of 'wo kahta hai'
it is following rules of a 'Geet.'
it is a kind of nazm if u say in urdu poetry.It is not a ghazal.
Regards.
बहुत सुंदर एवं मर्मस्पर्शी पंक्तियाँ जिसमे कवियत्री की वेदना व विगत का दर्द जीवंत है !
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत जज्ब्बत पिरोये हैं आपने
ReplyDeletehttp://manoria.blogspot.com
http://kundkundkahan.blogspot.com
@अल्पना जी
ReplyDeletestunning ..i mean ..निहायत उम्दा अभिव्यक्ति :)
आपका ब्लॉग पर तो पढने [और डाउनलोड करने के लिए भी ] अनमोल रचनाएं हैं
अब समय मिलते ही सबसे पहले इन्हें पढ़ा जायेगा :)
ह्रदय से धन्यवाद आपका
alpana you are awesome.what a poetry you have written.i love this.thanking you for sharing this kind of quality post.i love to see more new updates.so plz keep working.
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