स्वदेश वापसी /दुबई से दिल्ली-'वन्दे भारत मिशन' Repatriation Flight from UAE to India

'वन्दे भारत मिशन' के तहत  स्वदेश  वापसी   Covid 19 के कारण असामान्य परिस्थितियाँ/दुबई से दिल्ली-Evacuation Flight Air India मई ,...

November 22, 2012

छोटी-छोटी बातें



जीवन में घटने वाली छोटी -छोटी घटनाएँ भी कितना कुछ सिखा जाती हैं ,यह पिछले  तीन  दिनों में अनुभव किया। 
बीमार पड़ना या मरीज दिखना/कहलाना  मुझे कतई पसंद नहीं ,बहुत खराब लगता है। 
मंगलवार को खेल के मैदान में  एक खेल के दौरान एक छोटी- सी दुर्घटना  में  मुझे भी थोडा चोट लगी। 
हाल-चाल पूछने वालों का तांता लग गया ! शुभचिंतकों द्वारा हाल-चाल पूछने पर कैसे  लगता है इसका  अनभव हुआ।
[मुझे  याद नहीं कि इस से पहले बीमार ऐसी कभी पड़ी थी कि  इतने लोग हाल-चाल पूछें !]



सच कहूँ तो बड़ी ही झेंप लगी कि अरे ,क्यों  सब हाल पूछने आ रहे हैं ! 
सब को एक ही बात दोहराती कि  क्या हुआ था/ कैसे हुआ था अब क्या हाल है.
[बीमार पड़ने पर दुःख के साथ ऐसी सुखानुभूति भी  होती होगी जानती न थी!]

लेकिन दूसरी और तीन दिनों में जिस ने भी 'गेट वेल सून' /सांत्वना  सन्देश भेजे  या कहे ,
उन सभी के प्रति सॉफ्ट कोर्नर तो होना हुआ ही ,साथ यह  अनुभव भी  हुआ कि भले ही मिलने जा सको या नहीं लेकिन कभी भी किसी के दुःख के समय में उसे दो शब्द  ज़रूर कहने  चाहिये चाहे फोन से चाहे /इमेल से चाहे /कागज़ के टुकड़े  से /चाहे किसी के हाथ सन्देश दे कर मगर सांत्वना के  दो शब्द बीमार का  मनोबल बढ़ाने हेतु  ज़रूर पहुंचा देने चाहिये। 

बड़े लोग सब सिखाते हैं कि  ऐसा करना चाहिये मगर ..इस घटना से पूर्व में इतना सतर्क नहीं रहा करती थी .वैसे भी औपचारिकताओं का विभाग पतिदेव बखूबी संभालते हैं और बताते रहते हैं कि  मुझे क्या करना चाहिये इसलिए भी मैं लापरवाह  थी!
ईमानदारी से कहूँ तो इस से पूर्व  मैं ने कभी इस बात पर गंभीरता से नहीं सोचा था मगर स्वयं  के साथ हुई घटना और अनुभव से यही सीखा  कि  सुख में चाहे किसी से दो शब्द बोलो या न बोलो।।लेकिन दुःख -तकलीफ में ज़रूर  कह देने चाहिये और अब तो फेसबुक/मोबाइल  का ज़माना है इसलिए यहाँ सांत्वना /संवेदनाएं/ शुभकामनाएँ  कॉपी -पेस्ट भी करें मगर करें ज़रूर ..

ये सब जीवन भर याद रहने वाली बातें हैं। 

कम से कम मैं तो यह नहीं भूल सकती कि किस-किस ने मुझे अपने सांत्वना सन्देश भेजे / किस ने फोन किया/किस ने कैसे बात की![और किस ने नहीं याद किया वो भी ! :)] ]

एक छोटी- सी घटना ने  मुझे दर्द -तकलीफ तो दी मगर  एक  अच्छी अनमोल सीख भी दे डाली। 
चिंता की कोई बात नहीं है, फिलहाल बेहतर हूँ .२ दिन की सिक लीव पर हूँ ,उस पर फ्लू भी है जिसकी दवा मुझे  आधी बेहोशी में रखे हुए है ,बाकी आधा दिन तो नींद में जाता ही  है !

20 comments:

  1. पहले तो आपके स्वास्थय की कामना है कि आप शीघ्र पूर्ण रूप से स्वस्थ हों | अपने अनुभव को शेयर करने के लिए व नई सीख के लिए नमन |

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  2. स्वास्थ्य लाभ करें, शीघ्र ही..

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  3. जीवन के हर घटना से एक नई अनुभूति होती है. आपको भी हुआ .जीवन में उपयोगी सिद्ध होगा . जल्दी ठीक हो जाइये और फुर्सत में कभी मेरे ब्लॉग में आइये .

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  4. जीवन के हर घटना से एक नई अनुभूति होती है. आपको भी हुआ .जीवन में उपयोगी सिद्ध होगा . जल्दी ठीक हो जाइये और फुर्सत में कभी मेरे ब्लॉग में आइये .blog ka samarthan kare ; http://kpk-vichar.blogspot.in

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  5. ये अनुभव जिंदगी की सौगात बन जाते हैं . दुःख में दी गयी सांत्वना हमेशा याद रहती है !
    शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की शुभकामनायें !

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  6. sahi kH aapne ...ab aap bataiye ..kaisi hain aap ?

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  7. हम आपके शीघ्र स्वास्थ्य -लाभ की कामना करते हैं।

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  8. आप इस लिंक पर दी गई स्तुति का सहारा लेकर शीघ्र स्वस्थ्य लाभ प्राप्त कर सकती हैं। ---
    http://www.facebook.com/photo.php?fbid=438073346254647&set=o.331682593586639&type=1&theater

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  9. शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की शुभकामनायें !

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  10. Anonymous11/23/2012

    हमें तो अभी पता लगा ... अपनी सारी चोटें, दर्दें , दुख और ग़म हमको देदें .. भगवान से प्रार्थना है कि आप जल्द स्वस्थ हो जाएँ

    शुभचिंतक
    SA FEROZ

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  11. get well soon... ummid karta hoon jaldi thik hongee aap:)

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  12. Liked your post but did not like that u got unwell . Wish you get well real soon !

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  13. दर्द से दर्द की पहचान होती है..
    आशा है कि आप स्वस्थ हो गयी होंगी..
    भारत से आभार..

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  14. आपका इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (24-11-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
    सूचनार्थ!

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  15. बहुत बढ़िया पोस्ट ।

    मेरी नई पोस्ट-गुमशुदा

    आपके ब्लॉग को यहाँ शामिल किया गया है- ब्लॉग"दीप"

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  16. पहले तो बता दूँ अल्पना जी मैं चर्चामंच के माध्यम से पहली बार आपके ब्लॉग पर आई हूँ जुड़ भी गई हूँ आपके ब्लॉग से आपकी बहुत अच्छी पोस्ट पढ़ी सबसे पहले तो मैं भी कहूँगी गेट वेळ सून जिंदगी में हर कदम पर देर सबेर इंसान कुछ न कुछ सीखता है पर यह सच है अपने आप जब किसी दौर से गुजरते हैं तो अनुभव हमें जल्दी सिखाता है बहुत अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकर स्वस्थ हो जाएँ तो मेरे ब्लॉग पर भी आना आपका स्वागत है hindikavitayenaapkevichaar.blogspot.in

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  17. अल्पना जी आप को फेसबुक पर स्तुति उस लिंक पर नहीं मिली तो इसका कारण आपके द्वारा अपना प्रोफाईल डीएक्टिवेट करना हो सकता है। आपको मेल किया था मिला होगा।
    वैसे 'जनहित मे'ब्लाग पर इस लिंक मे भी आप वह स्तुति देख सकती हैं।
    http://janhitme-vijai-mathur.blogspot.in/2012/11/27-2011-24-2011-ibn7-2012-23.html

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  18. आप सभी की शुभकामनाओं का तहे दिल से आभार.आप की दुआओं से अब मैं काफी हद तक अच्छी हूँ.

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  19. आपकी अस्वस्थता का पता आज इस पोस्ट से चला, आप हमेशा स्वस्थ और प्रसन्न रहें यही शुभकामनाएं हैं.

    रामराम

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आप के विचारों का स्वागत है.
~~अल्पना