कविताओं के मिजाज़ में थोडा सा परिवर्तन करते हुए,आज एक बाल गीत प्रस्तुत है जिसे समूह गीत की तरह भी गाया जा सकता है। इसे मैंने सरल शब्दों में लिखा है। यह लय बद्ध है। मैं अभी इसे रिकॉर्ड कर के नहीं दे पा रही हूँ,जल्द ही इस के ऑडियो के साथ पोस्ट को अपडेट कर दूँगी ।
[ऑडियो २८ अप्रैल को जोड़ा गया है]
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उम्मीद देश की [बाल गीत]
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ओ नौनिहाल देश के ,है जागना तुमको,
हो हर तरफ अमन ,है दुआ माँगनी तुमको,
न भुखमरी हो,न ही गरीबी का राज हो,
सब हों खुशहाल,हर तरफ खुशियाँ आबाद हो.
ओ नौनिहाल देश के...
अब आखिरी उम्मीद देश की तुम्हीं तो हो,
और देश के भविष्य की तुम ही तो नींव हो,
तो क्यों नहीं करते तैयार अपने ये कदम,
करनी है पार जिस से तुमको ये डगर कठिन,
करनी है पार जिस से तुमको ये डगर कठिन,
ओ नौनिहाल देश के...
कांटे मिलेंगे फूलों की ,तुम चाह न करना,
हो घोर अँधेरा कहीं ,पर,तुम नहीं डरना ,
आगे ही आगे ,बस ,तुम्हें आगे ही है बढ़ना,
होंगी कई बाधाएं ,मगर,तुम नहीं रुकना,
होंगी कई बाधाएँ ,मगर तुम नहीं रुकना,
ओ नौनिहाल देश के...
तुम कामयाब हो न सकोगे तब तलक,
जब तक तुम्हारी आँखों में न कोई आस हो,
तो उठा लो क़दम अपने ,एक साथ तुम,
उम्मीद की लौ ,अपनी आँखों में बाल लो,
फिर देखना सफलता कैसे क़दम चूमेगी,
होगी विजय पताका तुम्हारे ही हाथ में,
होगी विजय पताका तुम्हारे ही हाथ में,
ओ नौनिहाल देश के ,है जागना तुमको,
हो हर तरफ अमन ,है दुआ माँगनी तुमको,
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ओ नौनिहाल देश के ,है जागना तुमको,
हो हर तरफ अमन ,है दुआ माँगनी तुमको,
न भुखमरी हो,न ही गरीबी का राज हो,
सब हों खुशहाल,हर तरफ खुशियाँ आबाद हो.
ओ नौनिहाल देश के...
अब आखिरी उम्मीद देश की तुम्हीं तो हो,
और देश के भविष्य की तुम ही तो नींव हो,
तो क्यों नहीं करते तैयार अपने ये कदम,
करनी है पार जिस से तुमको ये डगर कठिन,
करनी है पार जिस से तुमको ये डगर कठिन,
ओ नौनिहाल देश के...
कांटे मिलेंगे फूलों की ,तुम चाह न करना,
हो घोर अँधेरा कहीं ,पर,तुम नहीं डरना ,
आगे ही आगे ,बस ,तुम्हें आगे ही है बढ़ना,
होंगी कई बाधाएं ,मगर,तुम नहीं रुकना,
होंगी कई बाधाएँ ,मगर तुम नहीं रुकना,
ओ नौनिहाल देश के...
तुम कामयाब हो न सकोगे तब तलक,
जब तक तुम्हारी आँखों में न कोई आस हो,
तो उठा लो क़दम अपने ,एक साथ तुम,
उम्मीद की लौ ,अपनी आँखों में बाल लो,
फिर देखना सफलता कैसे क़दम चूमेगी,
होगी विजय पताका तुम्हारे ही हाथ में,
होगी विजय पताका तुम्हारे ही हाथ में,
ओ नौनिहाल देश के ,है जागना तुमको,
हो हर तरफ अमन ,है दुआ माँगनी तुमको,
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कल मेरे सुपुत्र तरुण का १३ वाँ जन्मदिन था.आप की शुभकामनाओं के अभिलाषी हैं[यह तस्वीर पहली पोस्ट की गयी तस्वीर से बना कर एक ब्लॉगर साथी ने भेंट की है.आप सभी के तरुण को दिए स्नेह और शुभकामनाओं के लिए तहे दिल से धन्यवाद करती हूँ.]
कांटे मिलेंगे फूलों की ,तुम चाह न करना,
ReplyDeleteहो घोर अँधेरा कहीं ,पर,तुम नहीं डरना ,
आगे ही आगे ,बस ,तुम्हें आगे ही है बढ़ना,
होंगी कई बाधाएं ,मगर,तुम नहीं रुकना
bahut hi pyara baal geet hai,sunder,aur suputra ko janamdin ki dheron badhai.dua hai ishwar unhe saari khushiyon se nawaze.
सुन्दर गीत और अच्छी भावनाए दे कर आप तरुण का जन्म दिन मनाना चाहती हैं ................आपने एक गीत नहीं.......भाव, नयी सोच दी है गीत की माध्यम से आपने.............
ReplyDeleteतरुण को बहुत बहुत मुबारक हो १३ वां साल...........
तरुण को उसके जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई ... बाल गीत बहुत ही सुन्दर लगा ...पढ़ के हो जोश आ गया .. अब इसको सुनने का इन्तजार रहेगा ...
ReplyDeletenaunihaalon ke liye sundar sandesh, aaj sach mein unhien iskee jaroorat hai, likhtee rahein...
ReplyDeleteओ नौनिहाल देश के ,है जागना तुमको,
ReplyDeleteहो हर तरफ अमन ,है दुआ मांगनी तुमको,
बाल गीत का मुखडा ही बेहद सार्थक और सुंदर है और कविता एक अच्छा संदेश देती हुई.....
तरुण बेटे को जन्मदिन की ढेरो शुभकामनाये , ढेरो दुआओं प्यार और आशीष के साथ, भगवन हर क्षेत्र मे उसे कामयाबी दे और अपना आशीर्वाद बनाये रखे....."
"wish you many many happy returns of the day beta"
with love and regards
ओ नौनिहाल देश के ,है जागना तुमको,
ReplyDeleteहो हर तरफ अमन ,है दुआ मांगनी तुमको,
बहुत बढ़िया रचना अल्पना जी . तरुण जी को जन्मदिन की ढेरो शुभकामना और बधाई. आभार.
तरूण को हैपी बर्थ डे की ढेर सारी शुभकामनाएं है जी.. बाल गीत पढ़कर जैसे बचपन में ही पहुंच गए.. ऑडियो के साथ गीत सुनने का इंतजार रहेगा.. आभार
ReplyDeleteबहुत सुंदर गीत लिखा है...
ReplyDeleteएकदम वीर रस से भरा हुआ...
आपके पुत्र तरुण को जन्मदिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं...
वैसे आपने अकेले ही पार्टी कर ली हमनें बुलाया ही नहीं नहीं तो हम प्यारा सा तोहफा लाते...
खैर कोई बात नहीं हमारे लिए केक भिजवा देना...
happy birth day tarun...
i pray to god that u r the most haapiest boy in the world...
मीत
sabse pahle to meri shubhkamanye tarun ko...
ReplyDeletejis tarah ka geet he usase behtar jivan ho aapke suputra kaa...
bahut sundar prastuti he aapki..
कांटे मिलेंगे फूलों की ,तुम चाह न करना,
हो घोर अँधेरा कहीं ,पर,तुम नहीं डरना ,
bas yahi panktiya he jo jivan ko behtreen kr deti he..kaash in panktiyo ko har koi apne amal me laaye.....
सबसे पहले तरुण को हमारी तरफ से जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं के साथ खूब सारा प्यार और आशीर्वाद। लगता है यह प्यारा सुन्दर गीत ही बेटे को गिफ्ट किया है। सच ये नौनिहाल ही हमारी आश और हमारा साहस है।
ReplyDeleteओ नौनिहाल देश के ,है जागना तुमको,
हो हर तरफ अमन ,है दुआ मांगनी तुमको,
न भुखमरी हो,न ही गरीबी का राज़ हो,
सब हों खुशहाल,हर तरफ खुशियाँ आबाद हो.
बेहतरीन गीत जब सुनने को मिलेगा तब और भी बेहतरीन लगेगा।
बेटे के जन्मदिन पर ये कविता एक मां का उपहार है. इसे स्वर देकर आप और भी ओजमयी बनाएं. यही निवेदन है.
ReplyDeleteचि. तरुण जन्मदिन की हार्दिक बधाईयां, जीवन मे खूब फ़ले फ़ूलें और उन्नति करें. यही आशीष है.
रामराम.
तरुण को जन्मदिन की शुभ कामनाएँ ,बालगीत सुंदर है .
ReplyDeleteबहुत अच्छे भाव हैं कविता में!
ReplyDeletealpanaji , tarun ke janm din ke saath , sunder baal geet, bahut khoob.
ReplyDeletemeri aur mere parivar ki or se tarun ko janm din par hardik shubhkaamnaayen aur ashirwaad, may god bless him.
अल्पना जी
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर बाल गीत है
"" तुम कामयाब हो न सकोगे तब तलक,
जब तक तुम्हारी आँखों में न कोई आस हो,
तो उठा लो क़दम अपने ,एक साथ तुम,
उम्मीद की लौ ,अपनी आँखों में बाल लो,
फिर देखना सफलता कैसे क़दम चूमेगी,
होगी विजय पताका तुम्हारे ही हाथ में,""
और यही भावना हमारे बेटे "तरुण " के लिए भी ..
दुनिया की साड़ी खुशियाँ और सफलताएं आपके क़दमों को चूमें
- विजय
अल्पना जी
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर बाल गीत है
"" तुम कामयाब हो न सकोगे तब तलक,
जब तक तुम्हारी आँखों में न कोई आस हो,
तो उठा लो क़दम अपने ,एक साथ तुम,
उम्मीद की लौ ,अपनी आँखों में बाल लो,
फिर देखना सफलता कैसे क़दम चूमेगी,
होगी विजय पताका तुम्हारे ही हाथ में,""
और यही भावना हमारे बेटे "तरुण " के लिए भी ..
दुनिया की साड़ी खुशियाँ और सफलताएं आपके क़दमों को चूमें
- विजय
आपका बाल- गीत बहुत पसंद आया और अब तो तरन्नुम में सुनने की इच्छा भी हो आई ,तरुण को जन्मदिन पर विलंब से ही सही पर दिल से बहुत बहुत मुबारकबाद और आशीर्वाद .
ReplyDeleteओ नौनिहाल देश के ,है जागना तुमको,
ReplyDeleteहो हर तरफ अमन ,है दुआ मांगनी तुमको,
बहुत ही शिक्षाप्रद सन्देश दिया है अपनी कविता के माध्यम से- आपका आभार्,
तरुण का १३ वाँ जन्मदिन
हार्दीक शुभकामनाऐ तरुण को उसके जन्म दिन के उपलक्ष मे।
achcha geet . lay baddha ho record hone par sumadhur banega .
ReplyDeleteTARUN ko janmdin mubarak . deerghayu ho aur is geet ko sarthak kare ,yahee aashees .
तरुण को बधाई जी। टींस में प्रवेश पर और भी अधिक बधाई।
ReplyDeleteसिर्फ इतना कहूँगा की इश्वर उसे ढेरो खुशिया दे....ओर उसके दिल में एक ऐसा हौसला जिसकी लौ हमेशा जलती रही ..जो कभी नाउमीद न हो .....खुशियों का चिराग उसके पलंग के तकिये पे ओंधे मुंह लेता रहे...ओर उसके तीन वरदान कभी ख़त्म न हो.....
ReplyDeleteवैसे ऐसी माँ का बेटा लाजवाब ही होगा ...
SABSE PAHALE TO TARUN KO USKE 13VIN JANM DIN KE SAALGIRAH PE DHERO BADHAAYEE AUR SHUBHKAAMANAAYEN...
ReplyDeleteBAHOT HI KHUBSURAT BAALGEET LIKHAA HAI AAPNE AAPKE KANTH SE SUNANAA CHAHTA HUN ....
DHERO BADHAAYEE AAPKO...
ARSH
बहुत सुंदर उदबोधन /प्रयाण गीत है और आपकी प्रतिभा साफ़ दिख रही है -तरुण को मेरी ओर से ढेर सारी बधाईयाँ और स्नेहाशीष !
ReplyDeleteAdarneeya Alpana ji,
ReplyDeleteTarun ko janm din kee dheron shubhkamnayen....aur apne bahut hee sundar balgeet likha hai....layabaddh ho jane par bahut achchha lagega.
Poonam
दीर्घ जीवी हो सुत आपका अल्पना!
ReplyDeleteमेरे मानस की सद्-भावना है यही।
नित्य-प्रति चन्द्र की भाँति बढ़ता रहे,
आज भगवान से प्रार्थना है यही।।
हो सदा मुक्त, दुख,रोग और शोक से,
मेरे हृदय की शुभकामना है यही।।
प्रिय अल्पना जी
ReplyDeleteचि. तरुण बेटे को
जन्मदिन की ढेर सी शुभकामनाएँ
और आशीर्वाद -
Happy Birth Day Tarun Bete !
आपकी ओडीयो क्लीप का इँतज़ार रहेगा
:)
स -स्नेह,
- लावण्या
तरुण को उसके जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई....
ReplyDeleteहमें तो केक नहीं खिलाया आपने ??
तरुण बेटे को जन्मदिन की ढेरो शुभकामनाये... अच्छी लगी कविताएं आपकी।
ReplyDeleteतरुण बेटे,
ReplyDeleteआपको जन्मदिन बहुत बहुत मुबारक हो,,,
इस बहाने एक अच्छा बाल गीत पढने को मिला,,,,
फिर से बधाई,,,,,,,,,
तरुण बेटे,
ReplyDeleteआपको जन्मदिन बहुत बहुत मुबारक हो,,,
इस बहाने एक अच्छा बाल गीत पढने को मिला,,,,
फिर से बधाई,,,,,,,,,
सुन्दर गीत बन पड़ा है.
ReplyDeleteतरुण को जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाऐं. मिठाई खिलाईये!!
खूबसूरत बाल-गीत
ReplyDeleteतरूण की तेरहवीं साल-गिरह पर करोड़ों बधाईयां...इश्वर उसे तमाम खुशियां और सफलतायें दें-टीनएज का पहला सोपान मुबारक हो उसे
सुंदर रचना। चिंरजीवी तरुण को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।
ReplyDeleteAlpanaji... aap hamesha hi sundar likhtin hain...aaj ke bachhon se ek aur ummeed hai ke wo TV aur mobile ka jitna jaroori ho utna hi upyog karen..
ReplyDeleteTarun ko janmdivas par dheron aashirwad...
माँ-बेटे दोनो को हार्दिक शुभकामनाएँ, यह दिन दोनो के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण है, उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ, शुभकामनाएँ।
ReplyDeletehey tarun.........bahut-bahut-bahut badhaayi.......lekin tumne hamen mithaayi kahaan khilaayi.....?? kahir aapki mammi kee kavitaayen...gazal....aur geet hamen bahut-bahut-bahut pasand aayi....man to kar rahaa hai....ki jhapat kar khaa hi loon....aapke moonh kee aur jaati mithaayi....!!
ReplyDeleteतरुण को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं...
ReplyDeleteबाल गीत तो पहली बार ही सुना है..
जब ऑडियो अपलोड करें तो इत्त्लाह ज़रूर कीजियेगा..
मैंने पहली विडियो अपलोड की है..यहाँ पे
बताइयेगा कैसा है..
बहुत ही सुन्दर,जाग्रत गीत.........
ReplyDeleteतरुण को ढेर सारा प्यार,जन्मदिन का आशीर्वाद
तरुण के लिए ढेरों मंगलकामनायें.
ReplyDeleteSabse pahle janmdin ki badhai.
ReplyDeleteBahut hi achchha laga ki aapne balgeet likha. Kaphi pasand aayi ye rachana.
Navnit Nirav
tarun ko janam din ki hardik shubhkamnaye.......
ReplyDeleteचि.तरुण को जन्म दिन की शुभकामनायें।
ReplyDeleteपुरे परिवार को इस सुअवसर पर बहुत बहुत बधाईयां।
Tarun ko dher sara ashish.Geet bahut pasand aaya.
ReplyDeleteकांटे मिलेंगे फूलों की ,तुम चाह न करना,
ReplyDeleteहो घोर अँधेरा कहीं ,पर,तुम नहीं डरना ,
आगे ही आगे ,बस ,तुम्हें आगे ही है बढ़ना,
होंगी कई बाधाएं ,मगर,तुम नहीं रुकना,
अल्पना जी ,
बहुत अच्छा देशभक्ति का गीत ...बच्चों को एक अच्छी राह दिखने वाला .बेटे को देर से ही सही मेरी ढेरों मंगलकामनाएं ..
आपको समय मिले तो मेरा बच्चों वाला ब्लॉग फुलबगिया देखियेगा .
शुभकामनाओं के साथ
हेमंत कुमार
Alpana ji geet bahut hi sundar hai..Audio ki pratiksha rahegi.
ReplyDeleteTarun ko janamdin ki dheron badhaayeeyan.
उस तरूण को इस तरूण की तरफ से जन्म दिन की बहुत बहुत शुभकामनायें,
ReplyDeleteयाद रहे जन्मदिन का नंबर कोई सा भी हो तरूण हमेशा ही जवान रहता है इसलिये खेलो कूदो, खूब पढ़ो और मस्ती करो
prernadayak, sath hi achchhi kavita!
ReplyDeleteनिश्चित ही .होगी विजय पताका उनके हाथ में, तरुण के जन्म दिन पर ढेरों शुभकामनायें. विलंब से ही सही.
ReplyDeleteतरुण बेटे,
ReplyDeleteजन्म दिन मुबारक हो........!!!.
"वैसे ऐसी माँ का बेटा लाजवाब ही होगा ..."
ReplyDeleteअनुराग जी पंक्तियाँ मैं भी दोहरा रही हूँ.....!!
सबसे पहले तरुण को उसके जन्मदिन के अवसर पर शुभकामनाएं।
ReplyDeleteबहुत अच्छा बालगीत। कुछ दिन पहले ही मेरे राजकोट निवासी एक मित्र ने मुझे एक अच्छा बालगीत भेजने की गुजारिश की थी जिसे उनका बेटा स्कूल के एक समारोह में गा सके।..आपने मेरी समस्या हल कर दी। शुक्रिया आपका।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि जो आप लिखती हैं वो कमाल है।
ReplyDeleteतरुण को हमारी तरफ से ढेर सारी बधाइयां। और ब्लाग पर हम मिठाई तो खा नहीं सकते, तो ऐसा कीजिएगा तरुण के माथे पर हमारी तरफ से एक पप्पी (kiss) मीठी सी कर देना। भगवान उसकी हर फ़रियाद क़बूल करे। ख़ुद ख़ुदा उसकी राह में आंखें बिछाए बैठा रहे।
तरुण को जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाएं !
ReplyDeleteउसकी मासूमियत यूँ ही बरकरार रहे और बड़ों का
आशीष व स्नेह बरसता रहे !
बाल-गीत काफी अच्छा लिखा है !
गीत भावप्रधान तो है ही ... साथ ही प्रेरणादायक भी है ! आपने गीत में शब्द चयन अच्छा किया है !
इसको असरदार तरीके से संगीतबद्ध किया जा सकता है !
-P.G.
Dear Alpana Ji
ReplyDeleteAyushmaan Tarun bete ko Janm din bahut bahut mubaarak....aapka beta hai to shaaleen aur susanskrit to hoga hi...din dooni raat chauguni tarakki karke aasmaan ki bulundion ko chhoo le...yehi aashirvaad hai usay...
Bahut sundar geet likha hai aapne...aapki lekhni se nikla hua ek ek shabd saargarbhit hota hai, chaahe dekhne mein saamanya lage....atyant saraahniya karya kiya hai aapne bachchon ko desh bhakti ke liye prerit karke...badhayee hi badhayee bete ke liye bhi aur kavita ke liye bhi...aapki vaani mein ye kavita sun ne ka intezaar rahega....shubhkaamnaon sahit....
Dr Sridhar Saxena
भगवान उसकी हर फ़रियाद क़बूल करे। ख़ुद ख़ुदा उसकी राह में आंखें बिछाए बैठा रहे।
ReplyDeleteतरुण को बहुत बहुत मुबारक हो १३ वां साल...........
sorry for late
i cant wrote in hindi so plz dont mind
आयुष्यमान तरुण को १३ वें साल की बहुत बहुत मुबारकबाद!!
ReplyDeleteआपकी कविताओं में वीर रस का ये नया अवतार बेहद अच्छा रहा. वाकई आपकी बहु मुखी प्रतिभा की तारीफ़ करना होगी.
कांटे मिलेंगे फूलों की ,तुम चाह न करना,
हो घोर अँधेरा कहीं ,पर,तुम नहीं डरना ,
आगे ही आगे ,बस ,तुम्हें आगे ही है बढ़ना,
होंगी कई बाधाएं ,मगर,तुम नहीं रुकना,
कविता के मीटर से पता चलता है कि इसे धुन में बांधकर गाया जा सकता है. इंतेज़ार रहेगा इस कविता के ऒडियो का.
तरूण को जन्मदिन की बधाई। और हॉं, पहली बार आपका कोई बालगीत पढा, अच्छा लगा।
ReplyDelete-----------
मॉं की गरिमा का सवाल है
प्रकाश का रहस्य खोजने वाला वैज्ञानिक
तरुण को बहुत बहुत मुबारक हो १३ वां साल...........
ReplyDeletemaine birth day wish kiya lekin meri wish dikh nahi rahi
ReplyDeletealpana ji
ReplyDeletetarun ke janamdin ki badhai sweekar karen aur hamesha ki tarah se aapke shashkt lekhan ne shaandar abhivyakti ko anjaam diya hai ...
badhai sweekar karen ..
vijay http://poemsofvijay.blogspot.com
ओ नौनिहाल देश के ,है जागना तुमको,
ReplyDeleteहो हर तरफ अमन ,है दुआ मांगनी तुमको,
न भुखमरी हो,न ही गरीबी का राज़ हो,
सब हों खुशहाल,हर तरफ खुशियाँ आबाद हो.
ओ नौनिहाल देश के...
अब आखिरी उम्मीद देश की तुम्हीं तो हो,
और देश के भविष्य की तुम ही तो नींव हो,
तो क्यों नहीं करते तैयार अपने ये कदम,
करनी है पार जिस से तुमको ये डगर कठिन,
करनी है पार जिस से तुमको ये डगर कठिन,
तुम कामयाब हो न सकोगे तब तलक,
जब तक तुम्हारी आँखों में न कोई आस हो,
अल्पना जी
तरुण को शुभ कामनाएं
आपने यह गीत सम्भवत तरुण के लिए ही लिखा है । यदि ऐसा है तो एक राष्ट्र भक्त माँ का ह्रदय रख कर इस स्वार्थपरता वाले युग में अपने बेटे को राष्ट्र और समाज के लिए समर्पित होने का उपदेश करना ,इक्च्छा रखना निश्चित ही अभिनन्दनीय है । किंतु कभी आपने सोचा ?अगर बेटा आपसे पूंछे कि आपकी पीढी ने देश के लिए क्या किया। वह देश को भौतिक उन्नयन और नैतिक पतन की ओर ले गई । वह क्या करे ? आपका अनुशरण करे या आपसे संघर्ष करे? वह कौन सा लक्ष्य अपने लिए रखे ? समाज की मूल्यों में आस्था और परिवार भावः सम्वेदना का छय हुआ है । यही हमारे देश की शक्ति थी । जिस पर इकबाल को लिखना पडा
है बात कुछ तो हस्ती मिटती नहीं हमारी
सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहाँ हमारा
क्या यह आशीर्वाद देने के साथ हम अपने नौनिहाल को अर्जुन की तरह लच्छ्यभेदी होने की तकनीक में निश्दत कर रहे हैं याअभिमन्यु बना कर छोड़ रहे हैं
गीत निसंदेह अच्छा है ; मेरे प्रश्न महत्वपूर्ण न लगे तो अनुत्तरित रहने दें।
अल्पना जी
ReplyDeleteतरुण को शुभ कामनाएं
आपने यह गीत सम्भवत तरुण के लिए ही लिखा है । यदि ऐसा है तो एक राष्ट्र भक्त माँ का ह्रदय रख कर इस स्वार्थपरता वाले युग में अपने बेटे को राष्ट्र और समाज के लिए समर्पित होने का उपदेश करना ,इक्च्छा रखना निश्चित ही अभिनन्दनीय है । किंतु कभी आपने सोचा ?अगर बेटा आपसे पूंछे कि आपकी पीढी ने देश के लिए क्या किया। वह देश को भौतिक उन्नयन और नैतिक पतन की ओर ले गई । वह क्या करे ? आपका अनुशरण करे या आपसे संघर्ष करे? वह कौन सा लक्ष्य अपने लिए रखे ? समाज की मूल्यों में आस्था और परिवार भावः सम्वेदना का छय हुआ है । यही हमारे देश की शक्ति थी । जिस पर इकबाल को लिखना पडा
है बात कुछ तो हस्ती मिटती नहीं हमारी
सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहाँ हमारा
क्या यह आशीर्वाद देने के साथ हम अपने नौनिहाल को अर्जुन की तरह लच्छ्यभेदी होने की तकनीक में निष्णात कर रहे हैं याअभिमन्यु बना कर छोड़ रहे हैं
गीत निसंदेह अच्छा है ; मेरे प्रश्न महत्वपूर्ण न लगे तो अनुत्तरित रहने दें।
तरुण को १३ वें जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाऐं
ReplyDeletebal git ne sach me man ko moh hi liya ..aage kya likh sakta ..yah mahshush karne ki chij hai ..jandin ki bhi badhaai ..tarun jiyo hajaaro saal
ReplyDeleteBahut achcha geet likha hai Alpana ji.
ReplyDeleteisey dhun ke saath kab post karnengi?waiting...
Tarun ko janamdin ki bahut bahut belated badhayeeyan.
-Raavi
बाल गीत ऐसा लगा जैसे ""हम लाये है तूफ़ान से .......बच्चो सम्हाल के ""वाले गीत की अगली स्टेज हो /बेटे को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत अच्छा लिखा है आपने .बधाई
ReplyDeleteबहुत अच्छा लिखा है आपने .बधाई
ReplyDeleteअब मेरी हिंदी चल गई है इसलिए दोबारा से हम तरूण को उनके 13वें जन्मदिन की हार्दिक बधाई देते हैं तरूण जन्मदिन की ढेरों सारी बधाई हो आपको बस खूब पढो और आगे बढो हमारी तहेदिल से यही आपके लिए शुभकामनाएं हैं
ReplyDeleteaudio sun kar maza aa gaya..khoobsurat kavita aur khoobsurat aawaaz...
ReplyDeleteआपने बेटे को कविता का अच्छा उपहार दिया।आपके बेटे व आप सभी को जनमदिन की शुभकामनाएं।
ReplyDeleteदूर रहें बलाएं
खुशियां ढे़र सारी आएं
कबूल करें दुआएं
श्याम सखा ‘श्याम’
आज पता चला
ReplyDeleteकि देश का नौनिहाल
अभी तक सो रहा है
और
उसे जागने की भी
आवश्यकता है!
इस पुकार के लिए
रचनाकार बधाई की पात्र हैं!
दमदार कविता का मज़ा तब और दूना हो गया जब इसका आडियो सुना.
ReplyDeleteबेटे तरुण के जन्म दिन पर देर से ही सही हार्दिक बधाई, साथ ही ईश्वर से यह प्रार्थना कि ईश्वर उसे आपकी अभिलाषाओं को पूर्ण करने में उसके शक्ति साहस और तीव्र बुद्धि में निरतर वृद्धि करें.
आभार
चन्द्र मोहन गुप्त
aapki aawak kitni mithi hai...musical instrument ke saath to aapke kai gaane sune lekin aaj pahli baar is kavita ko sirf aapki aawaj me suna...bahut bahut achcha laga...kitni shakkar khati ho aap :)
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