कुछ दुर्लभ फिल्मी गीत
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कविताओं,लेख से हटकर मैं ने सोचा कि आज कुछ अलग पोस्ट किया जाए.
आज यहाँ कुछ ऐसे मूल गीत प्रस्तुत कर रही हूँ जो हिन्दी सिनेमा के दुर्लभ गीत हैं.शायद आप में से बहुतों ने पहले कभी नहीं सुने होंगे.न इन गीतों में आज की आधुनिक तकनीक का इस्तमाल है न ही आवाज़ में प्रभाव [effects] डाले गए हैं.एक ही बैठक में रिकॉर्ड किये गए.न की आज की तरह टुकडों में रिकॉर्डिंग हुई है.अर्थ यह है कि-शुद्ध गीत-संगीत .मैं ने भी यहाँ -वहां से एकत्र किए हैं.मुझे जितनी जानकारी मिल पाई ,मैं ने यहाँ देने की कोशिश की है.इस के अलावा भी अगर किसी के पास इन गीतों से सम्बंधित कोई जानकारी हो या संशोधन करना हो तो कृपया बताईयेगा.अगर इन गीतों को यहाँ प्रस्तुत करने में किसी copyrights का उल्लंघन हो रहा हो तो सूचित करें-गीत हटा दिए जायेंगे.यह सिर्फ़ पुराने गीतों के बारे में जानकारी हेतु पोस्ट किये जा रहे हैं.कविताओं,लेख से हटकर मैं ने सोचा कि आज कुछ अलग पोस्ट किया जाए.
यह गीत लता जी का पहला प्लेबैक गीत बताया जाता है.फ़िल्म के बारे में नहीं मालूम DownloadHere
रफी का पहला रिकॉर्ड किया गया गाना.'अजी दिल हो काबू में तो' -फ़िल्म-गाँव की गोरी -१९४५][रफी साहब इस गीत को अपना पहला हिन्दी फ़िल्म गीत मानते थे.-[साभार-विकिपीडिया ] . DownloadHere
मोहम्मद रफी का पहला रिलीज़ हुआगीत फ़िल्म-'पहले आप'संगीतकार-नौशाद .DownloadHere
मोहम्मद रफी का अंग्रेजी में गाया यह पहला गीत था-Play or DownloadHere
'बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है '--इसी धुन पर बना है.
किशोर १९४८[download Here] किशोर कुमार ने १९ साल की उम्र में यह गीत १९४८ में फ़िल्म-'प्यार' के लिए गाया था.राज कपूर पर फिल्माया राज कपूर के लिए यह उनका पहला औरआखिरी गीत था.
1930-गोरी गोरी बईयां -मास्टर मदन[download] १९३० में मास्टर मदन का गाया एक गीत.film-??मास्टर मदन एक ऐसा बालक था जिसे संगीत वरदान के रूप में मिला था.बचपन से ही इन की गायकी के सब कायल थे.मात्र ३ साल की आयु में फ़िल्म [?]के लिए रिकॉर्ड किया गया यह गीत सुनिए.मास्टर मोहन के छोटे भाई की असामयिक मृत्यु १४ साल की आयु में ही हो गई थी.मास्टर मदन के ८ गीत ही रेकॉर्डेड हैं.
1930-गोरी गोरी बईयां -मास्टर मदन[download] १९३० में मास्टर मदन का गाया एक गीत.film-??मास्टर मदन एक ऐसा बालक था जिसे संगीत वरदान के रूप में मिला था.बचपन से ही इन की गायकी के सब कायल थे.मात्र ३ साल की आयु में फ़िल्म [?]के लिए रिकॉर्ड किया गया यह गीत सुनिए.मास्टर मोहन के छोटे भाई की असामयिक मृत्यु १४ साल की आयु में ही हो गई थी.मास्टर मदन के ८ गीत ही रेकॉर्डेड हैं.
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१९४० में गाया कवि प्रदीप का गीत[download] उन्हीं की आवाज़ में.
चल उड़ जा रे पंछी -तलत[download] -'भाभी' फ़िल्म का यह गीत रफी साहब की आवाज़ में सब ने सुना है.लेकिन इस गीत को HMV ने तलत महमूद की आवाज़ में भी रिकॉर्ड किया था.
१९३४ में शांता आप्टे का गाया हुआ यह गीत-'कमसिनी मैं'फ़िल्म-अमृतमंथन-'यहाँ सुनिए या डाउनलोड करीए.
All the songs and pictures are copyrighted by their respective owners.
सुन नही सकता.. :( यहा ऑफीस में हेड फ़ोन या स्पीकर नही है..
ReplyDeleteवाह सुन कर बताते हैं आपको कैसे लगे .वैसे आपकी पसंद है बहुत बढ़िया ही होगी
ReplyDelete"चल उड़ जा रे पंछी वाला गीत ही सुना हुआ है तलत की आवाज में बाकी के नहीं सुने थे....आभार आपका इन्हें प्रस्तुत करने का...
ReplyDeleteनीरज
alpana...master madan ke geet ke liye bahut dhanyavaad...
ReplyDeleteDiscovery of song is really appreciable.
ReplyDeleteलाजवाब और बड़ी मेहनत की है आपने अल्पना जी .
ReplyDelete- विजय
अल्पना जी कहाँ से ले आई ये खजाना सच में बहुत अद्भुत हैं।
ReplyDeleteसचमुच ऐसी रिकार्डिंगस संजोकर रखना कुछ अलग बात है
ReplyDelete---मेरा पृष्ठ
चाँद, बादल और शाम
लग तो सब एक के बाद एक धांसू रहे हैं. इत्मिनान से सुनते हैं..बुकमार्क कर लिया है. :)
ReplyDeleteआभार.
ये तो ऐसे ऐसे गीत हैं जो कभी सुनी ही नहीं गई एक आध को छोड़. हमें यह भी नहीं मालुम था की मास्टर मदन, सहगल के भाई थे. सुंदर. आभार. ऐसे ही और नगीने लाते रहें.
ReplyDelete@सुब्रमण्यम ji
ReplyDeleteSir,मैं ने एक साईट पर पढ़ा था कि यह K.L .saigal के भाई हैं..अब वह साईट ढूंढ़ रही हूँ --सभी जगह मौजूद जानकारी तो इन्हें मास्टर मोहन [vilonist]का भाई बताती है.जब तक वह साईट का लिंक नहीं मिलता.वह जानकारी हटा दी है.
@पारुल जी मेरे पास मास्टर मदन के और दो भजन हैं,,आप चाहें तो मैं आप को mail कर सकती हूँ.
बहुत सुन्दर कलेक्शन और बढिया जानकारी! मुझे पुराने गीतों से बहुत ही लगाव है पर इन गीतों को मैंने आज से पहले कभी नहीं सुना था। आभार!
ReplyDeleteदुर्लभ फिल्मी गीत
ReplyDeleteसुन्दर कलेक्शन और बढिया जानकारी है.
कभी मेरे ब्लॉग "समयचक्र" का अवलोकन करे.
महेंद्र मिश्रा
जबलपुर.
वाह मेरी तो पुरी शाम संगीतमय कर दिया आपने अल्पना जी आपने ब्लॉग पे सारे गाने सुनके मैं पकोडे खा रहा हूँ साथ में ये अनूठे संगीत मज़ा आगया ..आपका ढेरो आभार ,...
ReplyDeleteमेरी एक गुजारिश है आपसे मुझे अभी किसी ने मेरे अपने ही ग़ज़ल को स्वर बढ़ करने को कहा है हलाकि मेरे तरफ़ से तो ये सम्भव नही है ...उसकी वजह कुछ और है मैं चाहता हूँ के आप इसे गाये और अपने ब्लॉग पे लगाये ये मेरी गुजारिश है आपसे अगर आप एसा खुच कर सकती है तो मेरी नई वाली ग़ज़ल को ...
आपका
अर्श
अल्पना जी, सचमुच दुर्लभ गीत, आभार!
ReplyDeleteअल्पना जी
ReplyDeleteसँगीतमय खजाना लाकर
हिन्दी ब्लोग जगत से
शेर करने का बहुत बहुत शुक्रिया
सारे गीत अद्`भुत हैँ !
स -स्नेह,
-लावण्या
raphi to pasandidaa gaayak hain ...badhyaa collection hai
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया संकलन
ReplyDeleteइस श्रेणी में मैने अपने गीतों वाले ब्लॉग महफिल पर एक बार चार महान गायकों के पहले गीत पोस्ट किये थे|
रफी साहब के पहले गीत के बारे में संशय है, मेरी जानकारी में हिन्दुस्तां के हम है वाला गीत रफी साहब ने सबसे पहले गाया था।
मास्टर मदन के आठों गीत मेरे संग्रह में है।
तलत साहब के चल उड़ जा रे वाले अन्य कई गायकों ने "वर्जन सोंग" गाये हैं, और वे भी मेरे संग्रह में है; कभी महफिल पर सुनाये जायेंगे।
बाकी आपकी मेहनत को दाद देनी पड़ेगी।
:)
बुकमार्क करने योग्य पोस्ट। धन्यवाद।
ReplyDeleteऔर हाँ मास्टर मदन, सहगल साहब के भाई नहीं थे।
ReplyDeleteआपने तो अदभुत खजाना ही कहीं से तलाश कर परोस दिया. सवाल आपकी प्रसंशा का नही है. आपकी मेहनत तो साफ़ दीख ही रही है.
ReplyDeleteबात है जिन परिस्थितियों मे ये गाने रिकार्ड हुये और जो स्वरुप इनका आज है, उसमे इनकी तरफ़ ध्यान आपने खींचा है.
स्वाभाविक रुप से इन गानों की क्वालिटी तकनि्की दृष्टिकोण से काफ़ी कमजोर है पर जो मिठास और गायकी इनमे है वो आज कहां?
आपको बहुत धन्यवाद, और आगे भी कोशीश करें कि ऐसे ही नायाब
हीरे तलाशे, और जब भी हाथ मे आजाये, सभी के साथ शेयर करें.
पुन: आपको धन्यवाद और आभार.
रामराम.
अल्पनाजी,आपकी जानकारी के साथ स्वयं गाने का शौक सुनकर अच्छा लगा.खासकर मुकेशजी के गाये हुए गाने आप्की आवाज़ में सुनकर बहुत सुकून मिला.बहुत मन से गाये है आपने .शायद इसलिये भी क्योकि मै भी मुकेशजी के गाने गाता हूं.जल्द ही एक कवर वर्जन गाने की योजना मन मे घर किये है,देखे कब पूरी होती है.आशा है आप ब्लोग पर मेरे कार्तून देख रही होंगी.
ReplyDeleteabhi bhi office me hi hun..sun nahi sakta..ghar jaa kar sunuga...
ReplyDeleteसागर जी धन्यवाद,
ReplyDeleteजी हाँ ,वह सैगल साहब के भाई नहीं थे--सुधार कर लिया गया है.
-हिंदुस्तान के हम हैं -रफी जी का पहला गीत है जो पहले रिलीज़ हुआ था.
-लेकिन उन का पहला रेकॉर्डेड गीत--'अजी सरकार की'...है.
-मैं ने आप की पोस्ट देखी..कभी आशा जी का पहला गीत कहीं मिले तो कृपया सुनाईयेगा.
उन्होंने फ़िल्म-बड़ी माँ के लिए गया था.मैं ने बहुत कोशिश की मगर कहीं नहीं मिला.
बहुत सुंदर, मेने लगभग ९८% गीत इन मे पहली बार सुने है, चल उड जा रे पंक्षी, ओर उपर से तीसरा गीत, चल उड जा तो रफ़ी ओर तलत साहब जी की आवाज मे बहुत सुना है यह मेरी पसंद के गीतो मे एक है, दुसरा भारत मै सुना था, ओर आज सुना तो मुझे याद आ गया.
ReplyDeleteआप ने तो खाजाना ही दे दिया गीतो का, एक अन्मोल गीतो का खजाना, धन्यवाद, अब सुनता हू सभी गीत साथ साथ मे टिपण्णीयं ओर कल की पहेली भी...
क्या कहें? इतने दुर्लभ गीतों को एक ही पोस्ट पर देकर बड़ा उपकार किया है....ऐसे ही काम की ज़रूरत है...कम से कम अपने गौरवशाली इतिहास की बानगी तो दिखती है....इस बेहतरीन पोस्ट के लिये आपका बहुत बहुत शुक्रिया....और आपकी आवाज़ में कुछ गीतों को सुनना सुखद है...आप अच्छा काम कर रहीं है
ReplyDeleteबहुत खूब मजा आ गया
ReplyDeleteशुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया
ReplyDeleteसचमुच दुर्लभ।
ReplyDeleteवाह अल्पना जी ...आपने तो कमाल कर दिया ! धन्यवाद के लिए शब्द खोज रहा हूँ....मगर मिल नहीं पा रहे !
ReplyDeleteसंगीत प्रेमियों के लिए यह एक अनमोल तोहफा है !
बाकी...यह तो आपने ही क्लिअर कर दिया है की मास्टर मदन सहगल साब के भाई नही थे....! हम तो बल्कि यह सुनते आ रहे हैं की मास्टर मदन अस्वभाविक मृत्यु का ग्रास बने थे और उस समय ( और काफी समय तक ) लोग दबी ज़बान में सहगल साब का नाम इससे जोड़ते रहे थे ! क्योंकि "यूँ ना रह रह कर हमें ..." गीत के बाद सहगल साब की लोकप्रियता को खासा धक्का पहुंचा था ! लेकिन ना तो मास्टर मदन की मृत्यु की कुछ ख़ास तफ्शीश हुई और ना ही इस अफवाह की कहीं पुश्टी ...और एक महान गायक १४ साल की अल्प आयु में ही एक इतिहास बन कर हमेशा के लिए खो गया !
आपके प्रयास को पुनः नमन !
एक दुर्लभ पोस्ट !!!!
ReplyDeleteसुलभ कराने के लिए आभार
संगीत मय दुर्लभ पोस्ट के लिए आपका शुक्रिया. मेरे ब्लॉग पर आने और टिप्पनी करने का धन्यवाद
ReplyDeleteरोचक और मधुर जानकारी बहुत आभार
ReplyDeleteप्रदीप मनोरिया
http://manoria.blogspot.com
http://kundkundkahan.blogspot.com
अल्पना जी
ReplyDeleteआप तो सागर से मोती चुन चुन कर ले आयीं है.................
मास्टर मदन का गीत.................मेरी माता जी अक्सर इनके बारे में बताती हैं, २ या ३ गाने वाला ये कलाकार अमर है आज भी बहुत सी यादों में
नायाब मोती चुनने के लिए हमारी बधाई भी स्वीकार करे....सच में आपने मेहनत की है ....वैसे कुछ ऐसे गीत है जो मुझे खास पसंद है जैसे रजिया सुलतान के सोंग,पाकीजा के .....एक गीत ओर है ....रात भर आपकी याद आती रही....,बाज़ार के ,उमराव जान के
ReplyDeleteALPANA JI , AISE DURLABH GEETON SE PARICHAY KE LIYE HARDIK DHANYAWAD. SWAPN
ReplyDeleteअल्पना जी,
ReplyDeleteबहुत ही दुर्लभ संकलन है... शायद आपका शौक है संगीत को सहेज के रखने का.. गायन प्रतिभा भी है क्या ? अवगत करवाइये जी।
आदर सहित
bahut umdaa lagi yah post, meri email par agar kuchh meri mail par bhej den to aapki kripa hogi, dhanyavaad.
ReplyDeleteविक्षुब्ध सागर जी की बात से मैं सहमत हूँ, पर कल ये बात मैं कहने से हिचकिचा रहा था कि स्व. मास्टर मदन की मृत्यु स्वाभाविक नहीं हुई थी, उन्हें पान के बीड़े में जहर मिला कर दिया गया था, आज भी कई पुराने गीतों (खसकर मास्टर मदन के चाहकों) के शौकीनों के मुंह से में यह सुनता हूँ कि मास्टर मदन की हत्या में सहगल साहब का हाथ था... एक सरदार साहब तो कुछ महीनों पहले तक मेरे पड़ौसी थे।
ReplyDeleteअब सत्य तो भगवान जाने। हम तो सहगल साहब और मस्टर मदन दोनों के ही प्रशंसक हैं, और दोनों ही असमय चले गये।
सागर जी ,और विशुब्ध सागर जी ,मास्टर मदन के बारे में कई जगह मैं ने भी यह पढ़ा है.
ReplyDeleteइस लिंक पर--
http://www.sikhmatrimonials.com/sikhnet/discussion.nsf/by+topic/B4F07CD056A778B5872571620034AF66!OpenDocument
देखें तो उन के अनुसार उन्हें दूध में पारा मिला कर दिया गया था.
और यह किसी प्रसिद्ध गायक का ही काम बताया जाता है.मगर जब तक पुष्टि नहीं हो इस बात को पब्लिक में पोस्ट में लिखना सही नहीं है इसलिए यह बात नहीं लिखी गई.
वह सिख परिवार में जन्मे थे और आठ साल की उम्र से दिल्ली के रेडियो स्टेशन में प्रोग्राम करते थे .
लोगों ने ,उन के लाइव कार्यक्रम में राग जौनपुरी सुनाते समय 'ख़ुद रागिनी 'को सुंदर वस्त्रों में देखा था.ऐसा उस समय की मीडिया में भी चर्चा हुई थी.मैं ने यह जानकारी इन्टरनेट से ही ली है.यह भी पढ़ा है कहीं कि सैगल और मास्टर मदन एक ही जगह संगीत सीख रहे थे.
क्योंकि सैगल साहब ने फिल्मों में गायक बनाने के बाद ही संगीत सिखा था.
अब इन सब बातों की सच्चाई कौन बताएगा?
धन्यवाद-
bahut badhiya janakari di aapane.
ReplyDeleteGood efforts.
ReplyDeletebeautiful post.great collection of songs.no doubts old songs have their own beauty.they are melodious.Thanks.
आपने जो सुझाव दिए उनके लिए आपका शुक्रिया, इसी तरह से अपने कीमती सुझाव दे कर ब्लॉग को सुंदर बनाने में आपका सहयोग चाहूगा और उन पर अमल करने की भी पुरी कोशिश करूगा। एक बार फ़िर शुक्रिया।
ReplyDeletewaah ! waah !!
ReplyDeleteaapki mehnat ki daad deta hooN.
ek se ek nayaab geet sunvaya hai aapne.
Rafiji ka geet "hindusta ke hm hai.." film:Pehle Aap se hai, music Naushad.
Master Madan yqeeni taur pr K L Sehgal ke bhai nhi tthe. Unki gaaee hui 2 ya ten ghair.filmi ghazaleiN bhi haiN..(yooN na reh reh kr hame tarhpaayiye) ( hairat se tk rahaa hai jahaan.e.wfa mujhe) (na tum mere na dil mera na jaan.e.natvaaN meri)
Talatji ki awaaz mei panchhi wala geet sun rakkha hai.
Lataji ka geet sun paane mei diqqat aa rahi hai
Khair aapka bahot bahot shukriya iss besh.qimti
jaankari ke liye...!!!
---MUFLIS---
@Muflis Ji,
ReplyDeleteMaster Madan ke bhayee master mohan they--
haan Saigal ji wali galati sudhaar li hai.
-Lata ji ke geet ke saath download option kar deti hun.
-Rafi ji ke geet ke saath..aap ki di hui jankari bhi abhi jod deti hun.
-Talat ji ka gaya geet main ne pahli baar suna tha is liye mujhey laga ki shayad bahuton ke liye naya ho..is liye usey bhi isee shreni mein rakha hai.
--Mujhey ye geet anoothey aur durlubh lagey is liye main ne share karna chahey.
--Master Madan ke 3 ghazal jo aap ne batayee hain ve sabhi--you -tube par bhi mojuud hain.
-in ke 8 recorded geet mujhey mil gaye hain.
with regards-
Wah..wa.........
ReplyDeleteSHAANDAAR Prastuti
कुछ जो समेटे हैं गीत सुहाने
ReplyDeleteहम गुनगुनाएँ इन्हे या लगे गाने
बहुत ही अच्छा लगा......
मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा.....
अक्षय-मन
taarif se upar ki baat hai ........iske saath aapke swar se bhi rubaru hui.....tera mera pyaar amar..........bahut achha laga,aapki aawaaz me surilapan hai,
ReplyDeleteshubhkamnayen
पुराने गीतों से हमेशा से ही लगाव रहा है लकिन हैरत है की मैंने इन्हे सुना कैसे नही.... चल उड़ जा रे पंछी , की अब ये देश हुआ बेगाना वाला गीत ही सुना हुआ है....जिस मेहनत और लगन से आपने इन्हे तलाश कर यहाँ संजोया है..काबिले तारीफ है....और अफ़सोस इस बात का की मै कैसे आपके इस नायब खजाने की जानकारी से वंचित रह गयी???????? फ़िर भी देर आए दुरुस्त आए....और क्या कहूं दिल को बहलाने को ख्याल अच्छा है ना..."
ReplyDeleteRegards
अल्पना जी मेरे दो ब्लॉग है
ReplyDelete1 दुनिया मेरी नज़र से
2 दुनिया कलम की नज़र से
पहले ब्लॉग पर हर रचना मेरी है और दुसरे ब्लॉग जिस में आप ने टिप्पणी की है कोई रचना मेरी नही है आप कभी मेरे दुसरे ब्लॉग को भी विसिट कीजियेगा और अपने कीमती सुझाव दीजियेगा
संगीत की इस महफिल में देर से आने के लिए क्षमा। संगीत वाकई दुर्लभ हैं।
ReplyDeletealpana ji , deri se aane ke liye maafi chahta hoon . business tour par tha..
ReplyDeleteaapne to sangeet ki mahfil saza li .. wah ji wah .. puraane gaane to mere praan hai .. mauka mila ki record player par sun leta hoon .. aaj to mera din ban gaya , jo main aapke blog par aaya ..
meri badhai sweekar karen ..
aur ek baat aapki aawaz mein gaane sune hai , bahut hi acchi awaaza hai ,
mere liye ek geet ko record karen aur mujhe bhi bheje.... " kuch dil ne kaha, kuch bhi nahi " --
aur ye bhi bataayen ki kaise record karen aur blog par lagayen , main apni kavitayaan aur kuch kishore aur mukesh ke geet record karna chahta hoon..
aur haan , meri nai poem padhe ..
aapka dost
vijay
rounak - e - mefil mein der se aaye to kya hua,jo swar gunje hai sidhe dil tak phunche hai,chal ud ja panchi hamesha se fav raha,aur aapki surgami surili aawaaz ka jaadu,masha alah,bahut madhuri anubhav aur achhi jankari bhi.
ReplyDeleteaaj kal thodi busy ,shedule hai hospital mein,bahut mushkil se time mil pata hai,so deri ke liye maafi:):),aasha hai aap ek dam mast mast hongi.
ये एक दुर्लभ पोस्ट है. शुक्रिया ये अनमोल गीत साझा करने के लिए... इनमे से कुछ तो मेरी संदूकची में से निकल आए और कुछ नहीं.
ReplyDeleteदेर भई आनें में, शुक्र है फ़िर भी आये तो..
ReplyDeleteयहां आकर ठगा सा रह गया हूं, कितनी मेहनत और मशक्कत है.
इस बात की फ़िक्र नहीं करें कि किसने क्या पहले सुन रखा है. सभी जानकार हों ये ज़रूरी तो नहीं, और हों भी तो हौसला अफ़ज़ाई का शऊर सब में है ही.
रफ़ी और तलत के इस गीत को जब मैंने सुना था, तो सच कहूं, तलत वाला गीत मन को छू गया, क्योंकि उसमे एक कशिश है EXTRA, जो तलत जी की लर्जिश भरी आवाज़ में दिल को कहीं छू जाती है. मगर कृपया इस बात का अर्थ यें ना लगाया जाये कि रफ़ी जी कहीं कमतर हैं. बस अंदाज़े बयां जुदा हो सकता है.
आपका अर्श जी की गज़ल को धुन बनाकर गाने के प्रयास का स्वागत है. आपके गाये नये गानें आराम से सुनूंगा कल,(मुकेश का कहां है?)
कल तक रुक नहीं पाया, और एक गीत सुन रहा हूं-
ReplyDeleteमुझको इस रात की तनहाई में.
यहां गले में सफ़ाई बड़ी अच्छी लग रही है, सुरों पर भी पकड और मज़बूत हुई सुनाई पड रही है. संगीत के सेवा में ये समझ आना भगवान की नेमत है.
ट्रेक भी अच्चा है. ख्या मुझे भेज सकती है?
वाह, जबरदस्त ये तो संजोने लायक पोस्ट है, शुक्रिया अल्पना
ReplyDeleteअरे वाह, मजा ही आ गया।
ReplyDeleteबहुत परिश्रम किया गया है
ReplyDeleteलेखनी अच्छी है । बहुत खूब । शुक्रिया
ReplyDeleteपुराने गीतों का बहुत ही बेहतरीन क्लेकशन है। आजकल के अधिकतर गीतों में न तो उपयुक्त शब्द हैं और न ही कोमल संगीत.
ReplyDeletemerichopal.blogspot.com
पुराने गीतों का बहुत ही बेहतरीन क्लेकशन है। आजकल के अधिकतर गीतों में न तो उपयुक्त शब्द हैं और न ही कोमल संगीत.
ReplyDeletewww.merichopal.blogspot.com
तलत का गाया हुआ गीत (गैर फिल्मी )
ReplyDelete"बिरहन बैठी आस लगाये..."
ये गीत भी अगर आप सुनवा पाएं तो नवाजिश होगी
---मुफलिस---
अल्पना,
ReplyDeleteआप ने ये पुराने गाने कैसे हासिल किये ये तो पता नहीं मगर बहोत दिलचस्प चीज़ें प्रस्तुत की हैं आपने.
किशोर कुमार का राज कपूर के लिए गाया हुआ गाना सुना. मास्टर मदन की आवाज़ क्या रूप लेती अगर वो जिंदा रहेते...! तलत साहब का गाना उन्होंने अपने तरीके से गाया हुआ है. पहेली बार सुना. इस गाने में रफी साहब की स्टाइल ज़ियादा पसंद आयी थी.
पारसमणि
didi video samet gana kaise load karu-key word ki jankari bheje kripya.hindi font nahin hai.gana aapne khud gaya hai-pakka.
ReplyDeleteDhramendra,
ReplyDeleteaap ka profile/email id kuchh nahin hai--kahan jawab dun?
video samet geet upload karne ke liye aap blog post mein post editor mein hi photo ke paas option hai,wahan upload karen[time bahut leta hai]
2-dusra option hai-
youtube.com par account kholo aur wahan apni clip uplaod karen.
ab us ka 'embedd code'
[wahin aa jata hai jab vidoe youtube par dikhne lagti hai tab] le kar yahan --post mein --HTML wale option mein us code ko paste kar den.
--samjh aa gaya hoga?
agar nahin to aap apna email likhen yahin comment box mein--publish nahin hoga..
--all the best.