tag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post5513374912367442819..comments2023-11-02T15:07:29.951+05:30Comments on Vyom ke Paar...व्योम के पार: जब मैं 'मैं' नहीं 'हम' होता है...Alpana Vermahttp://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-46771368655235555212012-04-12T11:27:37.811+05:302012-04-12T11:27:37.811+05:30BILKUL SAHI BAT LIKHI APNE ....ASANTUSHTI MANAV PR...BILKUL SAHI BAT LIKHI APNE ....ASANTUSHTI MANAV PRAVRITTI BN CHUKI HAI ....HR JAGAH LOG DOHRA JEEVAN JEE RAHE HAIN ...AISA LAGATA HAI YH BEEMARI NAHI BALKI PRAKRITI PRADTT MANVEEY PAHCHAN BN CHUKI HAI...Naveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-33381938714428565602012-04-09T09:13:13.067+05:302012-04-09T09:13:13.067+05:30is beemari ke bishay me koi jaankari nahi thee...g...is beemari ke bishay me koi jaankari nahi thee...gyanvardhak lekh..sadar badhayee aaur apni nayee post par aapke amantran ke sath...aapke gaaye geet bhee sune ..kya aap ham logon ke ghazlon ko khobsurat see dhun de sakti hain..Dr.Ashutosh Mishra "Ashu"https://www.blogger.com/profile/06488429624376922144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-18999684347106911412012-04-06T14:13:19.149+05:302012-04-06T14:13:19.149+05:30यह तो सच है ....
आभार बढ़िया पोस्ट के लिए !यह तो सच है ....<br />आभार बढ़िया पोस्ट के लिए !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-2712244384176267812012-04-02T06:35:09.419+05:302012-04-02T06:35:09.419+05:30सुन्दर रचना!
नवसम्वतसर की हार्दिक शुभकामनाएँ!सुन्दर रचना!<br />नवसम्वतसर की हार्दिक शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-22108910083165614962012-04-02T01:00:55.574+05:302012-04-02T01:00:55.574+05:30Achha!!...aisa bhi hai koi rog?...yun to dohra vya...Achha!!...aisa bhi hai koi rog?...yun to dohra vyaktitv kafi log rakhte hain.....par ye vyakti-dar-vyakti badalta rahta hai.. Aapke vistrut lekh ki pratiksha rahegi...<br />En dohre vyaktitv valon ke liye urz hai....<br /><br />Chehre pe mukhota liya, ya,... ye hi asal hai... <br />Dekhi nahi khushiyan, ya koi gam dikha vahan...Deepak Shuklahttps://www.blogger.com/profile/02437731202200979518noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-28674175872031030462012-04-01T16:57:35.506+05:302012-04-01T16:57:35.506+05:30@आनंद पाठक जी,आप ने जिस त्रुटि की ओर ध्यान दिलाया...@आनंद पाठक जी,आप ने जिस त्रुटि की ओर ध्यान दिलाया उस के लिए धन्यवाद.<br />अपेक्षित सुधार कर दिया गया है.<br />पिछले दिनों अंतर्जाल से दूर थी इसलिए देर से प्रतिक्रिया दे पा रही हूँ इसके लिए क्षमा चाहती हूँ.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-56808231145639661812012-03-30T17:14:58.135+05:302012-03-30T17:14:58.135+05:30हर आदमी मुखौटा लगाये घूम रहा है, शायर भी इससे अछूत...हर आदमी मुखौटा लगाये घूम रहा है, शायर भी इससे अछूते तो नही ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-64548767659639600462012-03-26T16:02:01.618+05:302012-03-26T16:02:01.618+05:30संवेदन शील विषय पर उतना ही संवेदनशील चिंतन...
प...संवेदन शील विषय पर उतना ही संवेदनशील चिंतन...<br /> <br />प्रस्तुत कलाम में कन्फ्युसन है शायद... <br />इसके शायर शहरयार साहब का न होकर जनाब निदा फाजली साहब हैं... । <br />Movie: Ahista Ahista<br />Year: 1981<br />Singer: Bhupinder Singh<br />Music: Khayyam<br />Lyrics: Nida Fazli<br /><br />सादर।S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-78940210723173675392012-03-25T11:58:14.564+05:302012-03-25T11:58:14.564+05:30आपसी रिश्ते, आपसी व्यवहार, संवेदनशीलता और किसी भी ...आपसी रिश्ते, आपसी व्यवहार, संवेदनशीलता और किसी भी प्रतिभा का होना ... या कला का होना ... ये सब अलग अलग बातें हैं मुझे ऐसा लगता है ... जहाँ तक इस बिमारी की बात है कई बार जाने अनजाने भी ऐसा हो सकता है ... एक व्यक्ति के दो व्यक्तित्व हो सकते हैं ... पर अगर ये किसी को नुक्सान नहीं देते तो सब जायज है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-22218855180927228762012-03-24T23:20:09.849+05:302012-03-24T23:20:09.849+05:30पिछले दिनों अचानक फेसबुक पर दिमाग में उठी लहर ने ए...पिछले दिनों अचानक फेसबुक पर दिमाग में उठी लहर ने एक पंक्ति उधृत की थी कि- 'मै' अकेला होता है...'हम' में भी एक 'मै; होता है और वो नितांत अकेला होता है.." आज आपके ब्लॉग पर कुछ इसी अंदाज़ का लेखन पढ़ा ...<br />दोहरी जिन्दगी चिपकी होती है..हर एक के तन से ..मानता हूँ मै...दिमाग इस दोहरे पन को अपनी बुद्धि अनुसार छानता है..जीवन में कितने छन जाया करते है हम..अपने मूल 'मै' को भी कही इतना घिस लेते है ..कि बेचारा महीन हो जर्जर जाता है .., आवरण पर आवरण ...अमिताभ श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/12224535816596336049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-18891557732451775212012-03-24T09:10:24.084+05:302012-03-24T09:10:24.084+05:30संवत 2069 विक्रमी आप सब को सपरिवार शुभ एवं मंगलमय ...संवत 2069 विक्रमी आप सब को सपरिवार शुभ एवं मंगलमय हो।vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-91422227136747284942012-03-24T05:55:25.054+05:302012-03-24T05:55:25.054+05:30सहमत, बहुधा आदर्श लेखनी के बवाले हो जाता है।सहमत, बहुधा आदर्श लेखनी के बवाले हो जाता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-53114794345038728282012-03-24T03:36:52.057+05:302012-03-24T03:36:52.057+05:30.
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नव संवत....<br /><br /><b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.in" rel="nofollow">♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥<br />नव संवत् का रवि नवल, दे स्नेहिल संस्पर्श !<br />पल प्रतिपल हो हर्षमय, पथ पथ पर उत्कर्ष !!<br />-राजेन्द्र स्वर्णकार<br />♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥<br /><br />*चैत्र नवरात्रि और नव संवत २०६९ की हार्दिक बधाई !* <br />*शुभकामनाएं !* <br />*मंगलकामनाएं !*</a></b>Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-56778646077969516932012-03-24T03:36:34.811+05:302012-03-24T03:36:34.811+05:30♥
बहुत हट कर लिखा है आपने
# कला और साहित्य के क...<b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />♥</a></b><br /><br />बहुत हट कर लिखा है आपने <br /># <b> कला और साहित्य के क्षेत्र से जुड़े लोग या बेहद संवेदनशील लोग इस रोग के शिकार आसानी से हो सकते हैं.</b><br />अरे बाबा रे ...! <br />:)<br /><br /><b><i> आदरणीया अल्पना जी </i></b> <br />आप कहती हैं - <b> हम में से बहुत से लोग ऐसे हैं जिनका दोहरा व्यक्तिव है मगर कोई इस बात को स्वीकार नहीं करेगा </b><br /><b> Dissociative identity disorder </b> नामक इस रोग का तो डर लग रहा है ...<br /> :(<br />अब तो विस्तृत जानकारी वाली आपकी पोस्ट का इंतजार रहेगा ... <br /> <br /><b>~*~नवरात्रि और नव संवत्सर की बधाइयां शुभकामनाएं !~*~</b> <br /> शुभकामनाओं-मंगलकामनाओं सहित… <br />- राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-79152834591563512432012-03-23T19:46:39.533+05:302012-03-23T19:46:39.533+05:30आ0 अल्पना जी
आप का प्रयास सराहनीय है मगर एक बात कह...आ0 अल्पना जी<br />आप का प्रयास सराहनीय है मगर एक बात कहनी है<br /><br />" कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता<br />कभी ज़मीं तो कभी आसमाँ नहीं मिलता "---<br /><br />यह शे’र जनाब ’निदा फ़ाज़ली" साहेब का है..."शहरयार " साहब का नहीं ।<br />यह बात दीगर है कि दोनो ही आला मर्तबा के शायर हैं<br />सादर<br />आनन्द.पाठकआनन्द पाठकhttps://www.blogger.com/profile/00352393440646898202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-8670032170551034062012-03-23T10:45:00.160+05:302012-03-23T10:45:00.160+05:30सचमुश ऐसा ही होता है अल्पना जी. सुन्दर ग़ज़ल पढवान...सचमुश ऐसा ही होता है अल्पना जी. सुन्दर ग़ज़ल पढवाने के लिये आभार.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-6981637607488021792012-03-23T10:35:32.941+05:302012-03-23T10:35:32.941+05:30रविकर बाहर मस्त, अगर थोडा मुस्काते ।
हो दुनिया को ...रविकर बाहर मस्त, अगर थोडा मुस्काते ।<br />हो दुनिया को कष्ट, डांट ना बाहर खाते ।।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-89452348136796268172012-03-23T08:42:24.090+05:302012-03-23T08:42:24.090+05:30घर में खाते डांट नित, भीगी बिल्ली जान ।
बेगम के स...घर में खाते डांट नित, भीगी बिल्ली जान ।<br /><br />बेगम के सम्मुख गई, बुद्धि भूल पहचान । <br /><br />बुद्धि भूल पहचान, मंच पर अकड़ दिखाते ।<br /><br />दोहरा जीवन मान, भले इल्जाम लगाते ।<br /><br />रविकर बाहर मस्त, अगर थोडा मुस्काते ।<br /><br />हो दुनिया को कष्ट, डांट क्यूँ घर में खाते ।।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-39976568502292744742012-03-23T08:04:15.751+05:302012-03-23T08:04:15.751+05:30मैं खुद क्या कहूं जो ऐसी ही किसी किसी हालात में मु...मैं खुद क्या कहूं जो ऐसी ही किसी किसी हालात में मुब्तिला हूँ :) <br />शहरयार ने अपनी पत्नी मन -निकासी कर दी थी ....फिर कभी पास नहीं गए ! <br />रहिमन कड़वे मुखन को चहियत यही सजाय !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-16162494325626809712012-03-23T06:31:43.674+05:302012-03-23T06:31:43.674+05:30..नहीं जानता कि शहरयार साब के बारे में ,उनके जीवन .....नहीं जानता कि शहरयार साब के बारे में ,उनके जीवन के बारे में उनकी पत्नी ने क्या कहा था,पर इतना ज़रूर मानता हूँ कि कवि,शेयर या लेखक जो लिखता है,सोचता है,वैसा ही उसे होना भी चाहिए.<br /><br />हमारी जिंदगी दोहरे-रूपों में होती है कई बार लेकिन मूल सिद्धांत एकदम उलट-पलट नहीं होने चाहिए !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-27482211690955769222012-03-22T23:05:32.190+05:302012-03-22T23:05:32.190+05:30उनकी पत्नी काफी पढ़ी लिखी थीं, और उन्होंने एक साक्ष...उनकी पत्नी काफी पढ़ी लिखी थीं, और उन्होंने एक साक्षात्कार में यह भी कहा कि शायद शहरयार साहब के ऊपर किसी ने कुछ करा दिया था.<br />इस से भी उनकी हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है.<br />वैसे प्रतिभा का होना और व्यक्तिगत हालातों में कोई साम्य नहीं है. प्रतिभा एक अलग चीज है और व्यक्तिगत रिश्ते निहायत अलग.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-12699587700210008042012-03-22T22:56:51.416+05:302012-03-22T22:56:51.416+05:30Alpana ji,apne ek bahut hi gambhir par am samasya ...Alpana ji,apne ek bahut hi gambhir par am samasya ko bahut sahajta se prastut kiya hai....<br /><br />Hemant Kumarडा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03899926393197441540noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-43290742851074626422012-03-22T22:04:40.015+05:302012-03-22T22:04:40.015+05:30बढ़िया प्रस्तुति |
नव वर्ष मंगलमय हो ||बढ़िया प्रस्तुति |<br />नव वर्ष मंगलमय हो ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-27280356940318086162012-03-22T22:04:12.811+05:302012-03-22T22:04:12.811+05:30एक दम सही कहा....
सिर्फ लेखन ही नहीं तकरीबन हर इंस...एक दम सही कहा....<br />सिर्फ लेखन ही नहीं तकरीबन हर इंसान एक ,दो नहीं कई पहचान लिए चलता है....<br />जो बिलकुल जुदा होतीं है एक दूसरे से..<br /><br />उत्तम लेखन..ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-18034670314828466162012-03-22T22:04:11.974+05:302012-03-22T22:04:11.974+05:30अद्भुत है यह बिमारी, और सही भी है बिमार स्वयं नहीं...अद्भुत है यह बिमारी, और सही भी है बिमार स्वयं नहीं जान सकता कि वह उसका शिकार है। उच्च बौद्धिक स्तर के लोगों में अगर यह आम है तो लोग प्रायः स्वभाव का सनकीपन मानकर किनारा करते है। और वह स्वयं लोगो को हीन मानकर दूर होता चला जाता है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.com