tag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post2682588983786737104..comments2023-11-02T15:07:29.951+05:30Comments on Vyom ke Paar...व्योम के पार: पैरों के पर !Alpana Vermahttp://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-54535623279318761782017-07-04T16:11:21.209+05:302017-07-04T16:11:21.209+05:30आपकी ब्लॉग यात्रा मंगलमय हो।आपकी ब्लॉग यात्रा मंगलमय हो।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-45930860899784320422017-07-03T13:04:42.246+05:302017-07-03T13:04:42.246+05:30Ek achhi shuruaat ki apne...Ek achhi shuruaat ki apne...Vineeta Yashsavihttps://www.blogger.com/profile/10574001200862952259noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-66300316657658559592017-07-03T01:02:55.851+05:302017-07-03T01:02:55.851+05:30अथक पथिक ...अथक पथिक ...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-91869030068667854262017-07-02T09:28:26.029+05:302017-07-02T09:28:26.029+05:30बात तो सही है... पर अब लौटे हैं तो नियमित लिखने और...बात तो सही है... पर अब लौटे हैं तो नियमित लिखने और ब्लॉगर साथियों को पढने की कोशिश रहेगी डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-13518143658057399792017-07-01T23:55:39.746+05:302017-07-01T23:55:39.746+05:30मन का सच कह दिया
शुभकामनाएं मन का सच कह दिया <br /><br />शुभकामनाएं Jyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-43448138357403649512017-07-01T23:47:17.652+05:302017-07-01T23:47:17.652+05:30आदरणीया
आपने बहुत सुंदर और रुचिकर लिखा है
🙏 🙏 �...आदरणीया<br />आपने बहुत सुंदर और रुचिकर लिखा है<br /><br />🙏 🙏 🙏<br /> हमारे आग्रह का मान रखने के लिए आभारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-29025888821160464632017-07-01T21:34:19.070+05:302017-07-01T21:34:19.070+05:30अन्तर्राष्ट्रीय ब्लोगर्स डे की शुभकामनायें .... #ह...अन्तर्राष्ट्रीय ब्लोगर्स डे की शुभकामनायें .... #हिन्दी_ब्लॉगिंग संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-41905811918921985362017-07-01T21:05:58.370+05:302017-07-01T21:05:58.370+05:30सार्थक लेखन.....अभिनन्दन करते हैं. हिन्दी ब्लॉग जग...सार्थक लेखन.....अभिनन्दन करते हैं. हिन्दी ब्लॉग जगत आबाद रहे. अनंत शुभकामनायें. नियमित लिखें. साधुवाद.. आज पोस्ट लिख टैग करे ब्लॉग को आबाद करने के लिए<br />#हिन्दी_ब्लॉगिंग<br />Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-78237623753062823582017-07-01T18:34:09.313+05:302017-07-01T18:34:09.313+05:30वाह। आज बहुत बहुत दिनों बाद हमने भी ब्लॉग की शक्ल...वाह। आज बहुत बहुत दिनों बाद हमने भी ब्लॉग की शक्ल देखी। बड़ा कमजोर हो गया है। कोशिश करेंगे खिलाने-पिलाने की उसे पुनः अपनी रौनक देने की। किन्तु व्यस्तताएं संभव है अपना जाल बिछाकर फांसे रखेंगी। खैर, देखते हैं किन्तु आज ब्लग की सैर ने पुराने दिनों का आभास कराया है। आप तो संपर्क में ही नहीं हैं सिवा इस एक ब्लॉग के। पर जैसी हों स्वस्थ रहें , प्रसन्न रहें और अपनी इन यात्राओं को कागज पर उतार कर हमें भी शब्दों के माध्यम से सैर कराएं। अमिताभ श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/12224535816596336049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-85093513901111820882017-07-01T17:18:13.970+05:302017-07-01T17:18:13.970+05:30 वैसे तो जीवन अपने आप में अनंत यात्रा ही है ... पर... वैसे तो जीवन अपने आप में अनंत यात्रा ही है ... पर कई बार पड़ाव आते बैन फिर नए पड़ाव आते हैं ... <br />आपकी यात्रा सफल हो ... शुभकामनाएँ ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-78946676636296494852017-07-01T17:11:52.275+05:302017-07-01T17:11:52.275+05:30जीवन में अक्सर ऐसे अवसर आते हैं या घटनाएं हो जाती ...जीवन में अक्सर ऐसे अवसर आते हैं या घटनाएं हो जाती हैं जब हम दार्शनिक से हो जाते हैं. ऐसे में हम गीता की तरफ़ देखते हैं और गीता समझने में बहुत मुश्किल है. जितने विद्वानों ने गीता की टीका लिखी है वह सब अलग अलग रास्ते लगते हैं. कोई भक्ति में कोई योग में और कोई कर्म में गीता देखता है. आचार्य रजनीश ने गीता की एक और अदभुत व्याख्या की है कि गीता का संवाद कृष्ण और अर्जुन के मध्य युद्ध भूमि में हुआ और संजय ने अपनी कामेंट्री द्वारा महाराज धृतराष्ट्र को बताया और धृतराष्ट्र द्वारा यह गीता संदेश आगे बढा. <br />संजय ने अंधे महाराज धृतराष्ट्र को जो बताया वो हूबहू उसी रूप में अंधा व्यक्ति कैसे समझेगा जिसने कभी दुनिया भी नही देखी.<br />और शायद इसी कारण गीता जो भी पढता है वह अपने मन माफ़िक उसमे खोज लेता है. यही बात गीता को संसार का सर्व श्रेष्ठ ग्रंथ बनाती है.<br /><br />ब्लाग जगत को आपका अनुपम योगदान रहा है जब भी समय मिले तब अवश्य निकालियेगा. बहुत शुभकामनाएं.<br /><br />#हिंदी_ब्लागिँग में नया जोश भरने के लिये आपका सादर आभार<br />रामराम<br />०९०<br /> ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-767890526482997697.post-21976457719494233032017-07-01T16:59:09.973+05:302017-07-01T16:59:09.973+05:30सही कहा आपने .........यात्रा कहीं से शुरू हो वापसी...सही कहा आपने .........यात्रा कहीं से शुरू हो वापसी घर पर ही होती है :)vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com