कल्पना के पर लगा ,मन सारथी ले संग...विचरती मैं .. व्योम के पार ...
बहुत खूबरंगोत्सव की शुभ रामनाएँसादर
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज मंगलवार (14-03-2017) को "मचा है चारों ओर धमाल" (चर्चा अंक-2605) पर भी होगी।--सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।सादर...!डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
sundar rachna holi ki hardik shubhkamnaye :)
वाह ,... मधुर कंठ और होली का रंग ... सोने पे सुहागा ...बधाई हर बात की ...
आप के विचारों का स्वागत है.~~अल्पना
बहुत खूब
ReplyDeleteरंगोत्सव की शुभ रामनाएँ
सादर
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज मंगलवार (14-03-2017) को
ReplyDelete"मचा है चारों ओर धमाल" (चर्चा अंक-2605)
पर भी होगी।
--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
sundar rachna holi ki hardik shubhkamnaye :)
ReplyDeleteवाह ,... मधुर कंठ और होली का रंग ... सोने पे सुहागा ...
ReplyDeleteबधाई हर बात की ...